संसद में अब भाषाओं की बाध्यता खत्म, AI करेगा अनुवाद
भारत की संसद में भाषा की विविधता अब किसी बाधा का कारण नहीं बनेगी। संसद में कृत्रिम मेधा (एआई) आधारित अनुवाद प्रणाली लागू की जा रही है, जिसे "संसद भाषिणी" नाम दिया गया है। यह प्रणाली सांसदों और जनता को उनकी पसंदीदा भाषा में संसदीय कार्यवाही को समझने में मदद करेगी। इस पहल को औपचारिक रूप देने के लिए मंगलवार को लोकसभा सचिवालय और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं…
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