नोएडा: एनिमल शेल्टर में ACGS के खिलाफ फूटा लोगों का गुस्सा, कुप्रबंधन और पशु क्रूरता को लेकर प्रदर्शन

टेन न्यूज नेटवर्क

नोएडा (3 मई 2025): नोएडा के सेक्टर 94 स्थित एनिमल हॉस्पिटल एवं शेल्टर परिसर के बाहर आज सुबह 10:30 बजे स्थानीय स्वयंसेवकों, पशुसेवकों, रेस्क्यू कार्यकर्ताओं और जागरूक नागरिकों ने ऑल क्रिएचर्स ग्रेट एंड स्मॉल (ACGS) संस्था के खिलाफ एक शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी संस्था पर शेल्टर के कुप्रबंधन, पशुओं के साथ अमानवीय व्यवहार और घोर लापरवाही के गंभीर आरोप लगा रहे हैं। प्रदर्शन का आयोजन पशु कल्याण की दिशा में सक्रिय नागरिक पुष्पांजलि सिंह की समन्वय में किया गया।

प्रदर्शन का उद्देश्य:

नोएडा के जागरूक नागरिकों ने यह प्रदर्शन शेल्टर में रह रहे बेसहारा जानवरों की बदहाल स्थिति को लेकर किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सार्वजनिक संसाधनों से संचालित इस शेल्टर को ACGS संस्था को सौंपा गया था ताकि यहां पशुओं को उचित चिकित्सा और देखभाल मिल सके। लेकिन संस्था की लापरवाही और संवेदनहीनता के चलते जानवरों की हालत दिनों-दिन बिगड़ती जा रही है।

प्रदर्शनकारियों द्वारा उठाई गई प्रमुख समस्याएं:

शेल्टर में आवश्यक पशु चिकित्सा सेवाओं और कुशल डॉक्टरों की भारी कमी है।

अमानवीय व्यवहार और खराब रखरखाव के कारण जानवरों का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।

स्वयंसेवकों को शेल्टर में प्रवेश नहीं दिया जाता, फीडबैक की अनदेखी की जाती है।

लापरवाही के चलते कई जानवरों की रोकथाम योग्य मौतें हो चुकी हैं।

पारदर्शिता की घोर कमी, जानवरों को बिना दस्तावेज़ और रिकॉर्ड के संदिग्ध स्थानों पर भेजा जा रहा है।

सीसीटीवी फुटेज में ऑपरेशन हो रहे हैं, जबकि स्वयंसेवकों को कहा गया कि OT चालू नहीं है और कोई सर्जन नहीं है।

35 लाख की फंडिंग के बावजूद एक्स-रे या अल्ट्रासाउंड जैसी बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं।

निमिषा भगत, जो प्रदर्शन में शामिल थीं, टेन न्यूज़ से बात करते हुए कहा, हम प्रदर्शन इस ACGS मैनेजमेंट के खिलाफ कर रहे हैं, जो जानवरों के साथ बहुत ही बर्बरता से पेश आ रहे हैं। हमारे पास ऐसी फोटो और वीडियो हैं जो इस क्रूरता की पुष्टि करती हैं। यहां जानवरों को कोई सुविधा नहीं मिल रही है। यह जगह अस्पताल और आश्रय के नाम पर मज़ाक बन गई है।

पुष्पांजलि सिंह ने बताया कि उन्होंने पहले भी संबंधित अधिकारियों और प्रशासन से इस विषय पर बात की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब हमारी मांग है कि एक स्वतंत्र कमेटी गठित की जाए, जिसमें वॉलंटियर्स शामिल हों। उन्हें अंदर जाकर स्थिति का मूल्यांकन करने की अनुमति दी जाए और एक निष्पक्ष रिपोर्ट तैयार हो, उन्होंने कहा।

मोहित शर्मा ने फंडिंग के दुरुपयोग और सुविधाओं की अनुपलब्धता पर सवाल उठाते हुए कहा, डॉक्टर नहीं हैं, ऑपरेशन नहीं हो रहे, बारिश में जानवरों को ऐसे ही छोड़ दिया गया। अगर ये अस्पताल है, तो सुविधाएं कहां हैं? ये जानवर सड़क पर रह जाएं तो बेहतर है।

पूर्व पैरावेट नीरज, जिन्हें संस्था ने निकाल दिया, उन्होंने बताया कि जब उन्होंने जानवरों के इलाज को लेकर सवाल उठाए, तो उन्हें बर्खास्त कर दिया गया। मुझे इलाज करने तक नहीं दिया जाता था, जब हमने जानवरों की हालत सुधारने की कोशिश की तो हमें हटा दिया गया।

सचिन दत्त ने कहा, हम जानवरों को लेकर आते हैं इलाज के लिए लेकिन यहां उनका कोई इलाज नहीं किया जाता। ईद के समय बकरियों को हटाने की कोशिश की गई, हमने रोका, लेकिन यह लोग चुप कराने की कोशिश करते हैं।

रचिता विश्वकर्मा ने संस्था की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठाए। मैं यहां जानवर भेजती हूं, लेकिन फिर उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिलती। ना रिपोर्ट दी जाती है, ना कोई अपडेट। कैमरे भी अलाउड नहीं हैं। जानवरों को दूसरी जगह भेज दिया जाता है बिना बताये।

उमा शर्मा, जो पिछले 20 वर्षों से शेल्टर से जुड़ी रही हैं, उन्होंने बताया कि पिछले दो सालों में संस्था ने सभी पुराने स्टाफ को हटा दिया है। पहले रिपोर्ट मिलती थी, अब कुछ नहीं बताया जाता। इलाज की हालत खराब है, तीन महीने के भीतर जानवरों को छोड़ दिया जाता है, उनके स्वास्थ्य का कोई हिसाब नहीं होता।

प्रदर्शन के दौरान थाना 126 के SHO अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन को रोकने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि इस विरोध के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी, इसलिए इसे समाप्त करना होगा।

टेन न्यूज़ की टीम जब शेल्टर परिसर में मौजूद अधिकारियों से जवाब मांगने पहुंची, तो वहां से कोई भी बाहर नहीं आया। न ही शेल्टर प्रबंधन ने प्रदर्शनकारियों से संवाद किया।

प्रदर्शनकारियों की एकजुटता इस बात का संकेत है कि नोएडा के नागरिक अपने क्षेत्र के बेसहारा जानवरों के लिए आवाज उठा रहे हैं। उनकी मुख्य मांग है कि ACGS को इस शेल्टर के प्रबंधन से हटाया जाए और एक पारदर्शी, जवाबदेह और मानवीय दृष्टिकोण से काम करने वाली संस्था को यह जिम्मेदारी दी जाए।

“एनिमल शेल्टर में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं और अब तक किसी भी तरह की अनियमितता की कोई शिकायत हमारे पास नहीं आई है। प्रदर्शन की भी कोई जानकारी हमारे संज्ञान में नहीं है।” – एस. पी. सिंह, महाप्रबंधक (स्वास्थ्य), नोएडा अथॉरिटी


प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन नई दिल्ली, दिल्ली सरकार, दिल्ली राजनीति, दिल्ली मेट्रो, दिल्ली पुलिस, दिल्ली नगर निगम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र की ताजा एवं बड़ी खबरें पढ़ने के लिए hindi.tennews.in : हिंदी न्यूज पोर्टल को विजिट करते रहे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे। विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS NATIONAL यूट्यूब चैनल को भी ज़रूर सब्सक्राइब करे।


Discover more from टेन न्यूज हिंदी

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

टिप्पणियाँ बंद हैं।