नीमका गांव के विस्थापन पर डीजीसीए अधिकारियों से वार्ता की मांग

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (17 फरवरी 2025): नोएडा एयरपोर्ट के चौथे और पांचवें रनवे के विस्तार के तहत विस्थापित होने वाले नीमका गांव के किसानों ने नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के अधिकारियों से वार्ता की मांग की है। किसानों ने यह प्रस्ताव यीडा (यूपी सिंचाई एवं विकास प्राधिकरण) कार्यालय में आज आयोजित बैठक में रखा है, ताकि उनके गांव के विस्थापन से संबंधित भ्रम की स्थिति को स्पष्ट किया जा सके।

किसानों का कहना है कि अगर डीजीसीए के अधिकारी बैठक में शामिल नहीं होंगे, तो वे बिना वार्ता के अपना 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल वापस ले लेंगे। उनका यह भी आरोप है कि नीमका गांव किसी रनवे क्षेत्र का हिस्सा नहीं है, फिर भी प्रशासन अन्य उद्देश्यों के लिए उनका विस्थापन कर रहा है। किसानों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अगर उनका गांव रनवे के निर्माण में बाधक नहीं है, तो वे किसी भी अन्य उद्देश्य के लिए विस्थापन स्वीकार नहीं करेंगे।

नीमका गांव के किसान यह जानना चाहते हैं कि उनके गांव का विस्थापन रनवे के विस्तार के लिए आवश्यक क्यों है। किसानों का कहना है कि यदि डीजीसीए अधिकारी उन्हें यह स्पष्ट कर पाते हैं कि उनका गांव रनवे के निर्माण में अवरोध उत्पन्न कर रहा है, तो वे अपनी भूमि देने के अलावा विस्थापन में प्रशासन का सहयोग करेंगे।

यीडा अधिकारियों ने किसानों से सोमवार दोपहर 12 बजे वार्ता के लिए आमंत्रित किया है। अधिकारियों का कहना है कि किसानों से नियमित रूप से वार्ता होती रहती है और इस मामले में भी उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। वार्ता का उद्देश्य किसानों की चिंताओं को दूर करना और यह सुनिश्चित करना है कि एयरपोर्ट के विस्तार के लिए विस्थापन प्रक्रिया पारदर्शी और न्यायसंगत तरीके से हो।


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