शिक्षा पर चर्चा: वेदारणा फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. कुलदीप मलिक का प्रेरक संदेश | टेन न्यूज की विशेष रिपोर्ट

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (25 दिसंबर 2024): ग्रेटर नोएडा में वेदारणा फाउंडेशन ने “शिक्षा पर चर्चा” का आयोजन किया। फाउंडेशन के संस्थापक प्रोफेसर डॉ. कुलदीप मलिक ने अपनी माता जी की पहली पुण्यतिथि पर इस कार्यक्रम को आयोजित कर शिक्षा के महत्व पर गहन विचार साझा किए। इस दौरान उन्होंने टेन न्यूज़ से विशेष बातचीत की। आइए जानते हैं चर्चा के मुख्य अंश प्रश्न-उत्तर के रूप में।

शिक्षा पर चर्चा के मुख्य बिंदु क्या थे?

डॉ. कुलदीप मलिक ने बताया कि हमारे देश में जाति, धर्म, चाय और अन्य विषयों पर चर्चा होती है, लेकिन शिक्षा पर चर्चा का अभाव है। इसीलिए, माता जी की पहली पुण्यतिथि पर हमने यह आयोजन किया। मेरे परिवार की पृष्ठभूमि शिक्षकों की रही है, इसलिए शिक्षा के महत्व को समझते हुए इसे राष्ट्रव्यापी अभियान बनाने का निर्णय लिया। हमारा लक्ष्य है कि इस चर्चा को उत्तर प्रदेश और देशभर में व्यापक रूप से पहुंचाया जाए और सरकार व विपक्ष को इसे प्राथमिकता देने के लिए मजबूर किया जाए।

उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार से आपकी क्या मांगें हैं?

डॉ. मलिक ने कहा कि शिक्षा देश का सबसे महत्वपूर्ण विषय है, लेकिन इसका बजट जीडीपी का केवल 6% होना चाहिए, जो अब तक पूरा नहीं हो पाया। पिछले 10 वर्षों से भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, लेकिन शिक्षा बजट हमेशा न्यूनतम रहा है। शिक्षा के बिना विश्व गुरु बनने का सपना अधूरा है। हमारी मांग है कि सरकारें जाति और धर्म की राजनीति से ऊपर उठकर शिक्षा को प्राथमिकता दें।

युवाओं की संस्कारयुक्त शिक्षा के लिए आपकी राय क्या है?

डॉ. मलिक ने कहा कि शिक्षा के चार प्रमुख स्तंभ शिक्षक, छात्र, अभिभावक और प्रबंधक हैं जो आज कमजोर हो चुके हैं। इंजीनियरिंग जैसे महंगे कोर्स करने वाले युवा कम वेतन वाले रोजगार के लिए मजबूर हैं। सरकारी विद्यालयों की संख्या घट रही है, लेकिन शराब के ठेकों की संख्या बढ़ रही है। बेरोजगारी चरम पर है। अब इसे बदलना होगा, और हमने ग्रेटर नोएडा से इस क्रांति की शुरुआत कर दी है।

नई शिक्षा नीति पर आपकी राय क्या है?

डॉ. मलिक ने नई शिक्षा नीति की आलोचना करते हुए कहा कि यह केवल उच्च वर्ग के प्रबंधकों को लाभ पहुंचाने के लिए है। इसमें गरीबों के लिए कोई जगह नहीं है। महंगी डिग्रियां और फर्जी डॉक्टर्स व अधिकारी शिक्षा व्यवस्था को खराब कर रहे हैं। हमें ऐसी शिक्षा नीति की जरूरत है जो समाज के हर वर्ग को सशक्त बनाए।

टेन न्यूज़ नेटवर्क के संस्थापक गजानन माली ने व्यक्त किए अपने विचार

टेन न्यूज नेटवर्क के संस्थापक गजानन माली ने कहा कि नरेंद्र मोदी के बतौर प्रधानमंत्री पदभार ग्रहण करने के पहले योजना आयोग के माध्यम से शिक्षा को प्राथमिकता दी जाती थी, लेकिन अब यह व्यवस्था समाप्त हो चुकी है। वर्तमान सरकार का शिक्षा पर बजट बहुत कम है। प्राथमिक शिक्षा को बेहतर करना आज की सबसे बड़ी जरूरत है। उन्होंने वेदारणा फाउंडेशन की पहल की सराहना करते हुए कहा कि टेन न्यूज़ इस अभियान का हिस्सा बनकर इसे अधिक लोगों तक पहुंचाने में सहयोग करेगा।

डॉ. कुलदीप मलिक और वेदारणा फाउंडेशन ने शिक्षा पर चर्चा की शुरुआत कर एक नई दिशा दी है। इस कार्यक्रम के माध्यम से उन्होंने सरकार और जनता को शिक्षा के महत्व को प्राथमिकता देने का संदेश दिया है। ग्रेटर नोएडा से शुरू हुई यह पहल देशभर में शिक्षा सुधार का आधार बन सकती है।।

 


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