युवाओं के कंधों पर टिका है देश का भविष्य : केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल | गलगोटियास विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह
टेन न्यूज नेटवर्क
ग्रेटर नोएडा (7 मई 2025): गलगोटियास विश्वविद्यालय के 11वें दीक्षांत समारोह का आयोजन विश्वविद्यालय परिसर में भव्यता के साथ किया गया। इस गौरवमयी अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल उपस्थित रहे। समारोह में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, सांसद डॉ. महेश शर्मा, जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह, भारतीय विश्वविद्यालय संघ के अध्यक्ष प्रो. विनय कुमार पाठक तथा प्रसिद्ध उद्यमी और शार्क टैंक इंडिया के निवेशक अमन गुप्ता समेत कई गणमान्य अतिथि शामिल हुए। जिसमें विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सुनील गलगोटिया, कुलपति, फैकल्टी सदस्य, छात्र एवं उनके अभिभावक उपस्थित रहे। इस भव्य आयोजन में 2024 बैच के स्नातक विद्यार्थियों को डिग्रियां प्रदान की गईं और विश्वविद्यालय की उत्कृष्ट उपलब्धियों का उत्सव मनाया गया।

भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने एक अत्यंत प्रेरणादायक और ऊर्जा से परिपूर्ण भाषण दिया। अपने वक्तव्य में उन्होंने देश की वर्तमान सामाजिक, आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी चुनौतियों पर चर्चा की और बताया कि किस प्रकार भारत इन चुनौतियों को अवसरों में बदलते हुए विश्व मंच पर एक अग्रणी शक्ति बनकर उभर रहा है।
“भारत को कोई नहीं रोक सकता विश्वगुरु बनने से” – पीयूष गोयल
पीयूष गोयल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, आज आप सब सिर्फ डिग्रीधारी नहीं, बल्कि इस देश के भविष्य निर्माता हैं। जब भारत 2047 में स्वतंत्रता की शताब्दी मनाएगा, तब यही युवा शक्ति उसे विश्व की सबसे बड़ी और सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बनाने में अग्रणी भूमिका निभाएगी। हम पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुके हैं, 2025 तक चौथे स्थान पर पहुंचेंगे और अगले कुछ वर्षों में तीसरे स्थान पर होंगे। यह सिर्फ आंकड़े नहीं, यह युवा भारत की ताकत का प्रमाण हैं।

उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था चार ट्रिलियन डॉलर से बढ़कर 2047 तक 30 से 35 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचेगी। इसके लिए सबसे जरूरी है गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, नवाचार और युवाओं का विश्वास।
राष्ट्र की सुरक्षा और शांति में युवाओं की भागीदारी जरूरी
केंद्रीय मंत्री ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना का जिक्र करते हुए कहा, 24 घंटे में क्या कुछ हो सकता है, इसका उदाहरण हमारे सैनिकों ने दिया। जब हमारे नागरिकों पर हमला हुआ, तो प्रधानमंत्री ने ठान लिया था कि जवाब ऐसा होगा कि दुश्मन दोबारा भारत की ओर देखने की हिम्मत नहीं करेगा। सेना ने रात 1:46 बजे नौ स्थानों पर जवाबी कार्रवाई कर आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। हम गर्व से कहते हैं कि हमारे जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि नक्सलवाद को जड़ से समाप्त करने के लिए भी केंद्र सरकार ने 31 मार्च 2026 तक का लक्ष्य तय किया है और उस दिशा में निर्णायक कार्रवाई जारी है।
STEM में भारत का वर्चस्व और शिक्षा से वैश्विक योगदान
पीयूष गोयल ने कहा, भारत STEM (Science, Technology, Engineering, Mathematics) में दुनिया का अग्रणी राष्ट्र है। दुनिया के 43% STEM ग्रेजुएट्स भारत से हैं और उनमें बड़ी संख्या बेटियों की भी है। यही प्रतिभा पूरी दुनिया की जरूरतें पूरी कर रही है। उन्होंने बताया कि हाल ही में भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच हुए एक करार के तहत अब भारतीय युवाओं को यूके में कार्य करते समय पहले की तरह 22% टैक्स नहीं देना होगा। यह उन्हें वैश्विक प्रतिस्पर्धा में और अधिक सक्षम बनाएगा।
AI और नई तकनीकों को अपनाने की जरूरत
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग जैसे क्षेत्रों को लेकर उन्होंने कहा, AI से डरने की जरूरत नहीं, उसे अपनाने की जरूरत है। मानव मस्तिष्क की सोचने की शक्ति AI से दो कदम आगे रहेगी। AI सिर्फ एक उपकरण है, इसका स्थान कभी भी इंसान नहीं ले सकता। उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया कि वे इन क्षेत्रों में शोध करें, स्टार्टअप शुरू करें और देश को टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएं।
रक्षा क्षेत्र में युवाओं के लिए असीम अवसर
रक्षा उत्पादन, ड्रोन तकनीक और क्लीन एनर्जी उपकरणों के निर्माण की संभावनाओं पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में विकसित हो रहा डिफेंस कॉरिडोर युवाओं के लिए अनेक अवसर लेकर आया है। जो छात्र निर्माण और नवाचार में रुचि रखते हैं, उनके लिए यह समय स्वर्णिम है।

गलगोटिया की उपलब्धियों पर गर्व
गोयल ने विश्वविद्यालय की प्रशंसा करते हुए कहा, गलगोटियास विश्वविद्यालय आज देश में तीसरे स्थान पर है पेटेंट फाइलिंग के मामले में। यहां लगभग 100 स्टार्टअप्स काम कर रहे हैं। यह एक ‘स्पिरिट ऑफ इन्क्वायरी’ का प्रतीक है – यानी नए विचारों की खोज और उन्हें व्यवहार में लाने की क्षमता।
राजनीति में अच्छे युवाओं की आवश्यकता
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का सपना है कि देश की राजनीति में ऐसे युवा आएं जिनका कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि ना हो, प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त को आह्वान किया था कि कम से कम एक लाख युवा राजनीति से जुड़ें। देश को चलाने के लिए सिर्फ नेता नहीं, अच्छा नेतृत्व चाहिए – ईमानदार, दूरदर्शी और देशभक्त युवा।

समापन पर टैगोर की प्रेरणास्पद पंक्तियाँ
अपने प्रेरणादायक संबोधन के अंत में गोयल ने गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की जन्म-जयंती का स्मरण करते हुए उनकी प्रसिद्ध पंक्तियाँ उद्धृत कीं, “Reach high, for stars lie hidden in your soul. Dream deep, for every dream precedes the goal.” उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे छोटे लक्ष्यों के पीछे न भागें, बल्कि बड़े सपने देखें और उन्हें साकार कर देश को विश्वगुरु बनाने की दिशा में काम करें।
उल्लेखनीय है कि गलगोटियास विश्वविद्यालय आज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण केंद्र बन चुका है, जो न केवल शिक्षण में, बल्कि अनुसंधान, नवाचार और स्टार्टअप संस्कृति को भी बढ़ावा दे रहा है।।

गलगोटियास विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह | Photo Highlights
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