सांसद डॉ महेश शर्मा, विधायक एवं अधिकारियों की कड़ी मेहनत ने दिया नोएडा एयरपोर्ट को मूर्त रूप
टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (12 दिसंबर, 2024): गौतमबुद्ध नगर के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 9 दिसंबर 2024 को पहली बार विमान उतरा। यह ऐतिहासिक क्षण पूर्व केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री एवं गौतमबुद्ध नगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा की पहल और कई वर्षों की मेहनत का सुखद परिणाम है। इस परीक्षण उड़ान (वैलिडेशन फ्लाइट) के सफल संचालन ने एयरपोर्ट के कमर्शियल ऑपरेशन की ओर एक बड़ा कदम बढ़ा दिया है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आधारशिला 25 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी। यह उत्तर प्रदेश का पांचवां अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट है और इसे रिकॉर्ड 3 साल 2 महीने में तैयार किया गया है।
इस ऐतिहासिक दिन पर आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद डॉ. महेश शर्मा, विधायक धीरेन्द्र सिंह, पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह, जिलाधिकारी मनीष वर्मा, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
इस अवसर पर डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि “23 साल पहले गौतमबुद्ध नगर में एयरपोर्ट का जो सपना देखा गया था, वह आज साकार हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा और भाजपा सरकार के प्रयासों से यह सपना पूरा हुआ।”
एयरपोर्ट प्रोजेक्ट का सफर
1. 2001: तत्कालीन मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह ने एयरपोर्ट का प्रस्ताव पास किया।
2. 2014: भाजपा सरकार ने प्रोजेक्ट को पुनर्जीवित किया।
3. 2017: निर्माण स्थल की अनुमति और गृह मंत्रालय से इमीग्रेशन एनओसी मिली।
4. 2018: नागर विमानन मंत्रालय ने मंजूरी दी।
5. 2019: जमीन अधिग्रहण शुरू हुआ।
6. 2020: ज्यूरिख एयरपोर्ट के साथ अनुबंध हुआ।
7. 2021: प्रधानमंत्री ने शिलान्यास किया।
8. 2024: परीक्षण उड़ान का सफल संचालन हुआ।
डॉ. महेश शर्मा के नागरिक उड्डयन केन्द्रीय राज्य मंत्री रहते हुए, मंत्रालय ने ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट्स की स्थापना के लिए दिशा-निर्देशों को अंतिम रूप दिया, जिससे नए हवाई अड्डों की स्थापना की प्रक्रिया पारदर्शी और सुव्यवस्थित बनी। इन दिशानिर्देशों के तहत नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट समेत कई एयरपोर्ट्स को मंजूरी मिली।
किसानों से जमीन अधिग्रहण का प्रयास
इस परियोजना के लिए किसानों से जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चुनौतीपूर्ण थी। जेवर के विधायक धीरेन्द्र सिंह और तत्कालीन डीएम बी.एन. सिंह ने किसानों से लगातार संवाद किया और उन्हें एयरपोर्ट का लाभ समझाकर सहमति दिलाई। उनके प्रयासों ने इस परियोजना को जमीन पर उतारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रशासनिक और तकनीकी टीम का योगदान
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के सीईओ एवं यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह, ओएसडी शैलेंद्र कुमार भाटिया और उनकी टीम ने उत्तर प्रदेश सरकार, ज्यूरिख कंपनी और केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर युद्ध स्तर पर दिशा निर्देश दिए और कार्य किया। उनके कुशल नेतृत्व ने इस परियोजना को समय पर पूरा करने में अहम भूमिका निभाई।
महत्वपूर्ण उपलब्धि
परीक्षण उड़ान के दौरान एयरबस A-320 ने आरएनपी (रिक्वायर्ड नेविगेशन परफॉर्मेंस) और आईएलएस (इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम) प्रक्रियाओं को टेस्ट किया। एयरपोर्ट का नेविगेशन सिस्टम, एयर ट्रैफिक कंट्रोल और रनवे की गुणवत्ता की सफलतापूर्वक जांच हुई।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा, “यह हमारी टीम के लिए गर्व का क्षण है। यह सफलता एयरपोर्ट के कमर्शियल ऑपरेशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
भविष्य की संभावनाएं
2025 से एयरपोर्ट से वाणिज्यिक उड़ानें शुरू होने की उम्मीद है। यह एयरपोर्ट न केवल क्षेत्रीय विकास को गति देगा, बल्कि नोएडा और दिल्ली-एनसीआर के आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।गौतमबुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र के विकास के साथ साथ, पश्चिमी उत्तर प्रदेश एवं एनसीआर के विकास के लिए भी इससे ‘बिग पुश’ मिलेगा।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट आज गौतमबुद्ध नगर की एक पहचान बन चुका है, और यह सपना अब साकार होकर पूरे क्षेत्र के लिए गर्व का विषय बन गया है।।
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