EPCH अधिकारियों ने पीयूष गोयल के साथ हस्तशिल्प क्षेत्र पर अमेरिकी पारस्परिक शुल्क के प्रभाव पर की चर्चा

नई दिल्ली – 09 अप्रैल 2025 – पीयूष गोयल, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री, भारत सरकार ने अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विभिन्न निर्यात संवर्धन परिषदों और उद्योग संघों के प्रमुखों से मुलाकात की और भारतीय निर्यात पर अमेरिकी पारस्परिक शुल्क के प्रभाव और शमन रणनीतियों पर चर्चा की, ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर. के. वर्मा ने बताया।

बैठक में ईपीसीएच के उपाध्यक्ष डॉ. नीरज खन्ना, ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर. के. वर्मा और ईपीसीएच के अतिरिक्त कार्यकारी निदेशक राजेश रावत भी शामिल हुए। ईपीसीएच के उपाध्यक्ष डॉ. नीरज खन्ना ने मंत्री को भारतीय हस्तशिल्प निर्यात पर अमेरिका द्वारा हाल ही में लगाए गए टैरिफ उपायों की उभरती चुनौतियों और संभावित प्रभावों से अवगत कराया। जहां तक हस्तशिल्प क्षेत्र का सवाल है, चीन, वियतनाम जैसे हमारे प्रतिस्पर्धी देशों पर अमेरिका द्वारा लगाया गया पारस्परिक टैरिफ भारत में लगाए गए टैरिफ से अधिक है, जिससे हमें लाभ मिल सकता है।

उन्होंने भारत सरकार से टैरिफ मुद्दे को हल करने के लिए अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार वार्ता को प्राथमिकता देने, अमेरिका के साथ पारस्परिक टैरिफ के कार्यान्वयन के लिए लंबी अवधि की छूट का आग्रह किया और आपातकालीन निधि/प्रोत्साहन सहायता पैकेज पर विचार करने, एमईआईएस लाभों को फिर से शुरू करने और अन्य मुद्दों के लिए समर्थन पर प्रकाश डाला। मंत्री ने उठाए गए मुद्दों को ध्यान पूर्वक सुना I

हस्तशिल्प के लिए निर्यात संवर्धन परिषद देश से हस्तशिल्प के निर्यात को बढ़ावा देने और देश के विभिन्न शिल्प समूहों में घर, जीवन शैली, वस्त्र, फर्नीचर और फैशन आभूषण और सहायक उपकरण उत्पादों के उत्पादन में लगे लाखों कारीगरों और शिल्पकारों के प्रतिभाशाली हाथों के जादू की ब्रांड छवि बनाने के लिए एक नोडल संस्थान है। वर्ष 2023-24 के दौरान कुल हस्तशिल्प निर्यात 32,759 करोड़ रुपये (3,956 मिलियन अमेरिकी डॉलर) रहा और वर्ष 2023-24 के दौरान अमेरिका को हस्तशिल्प का निर्यात 13,381.07 करोड़ रुपये (1,616.12 मिलियन अमेरिकी डॉलर) रहा, जो भारत से हस्तशिल्प के कुल निर्यात का 41% हिस्सा है I


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