नोएडा में सुरक्षा को मिलेगी नई ताकत, 561 जगहों पर लगेंगे 2634 कैमरे | Noida Authority
टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा (9 अप्रैल 2025): नोएडा के सुरक्षा तंत्र को और मजबूत करने के लिए ‘सेफ सिटी प्रोजेक्ट’ के तहत 561 स्थानों पर 2634 कैमरे लगाए जाएंगे। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का उद्देश्य शहर की सुरक्षा को सुनिश्चित करना और अपराधियों पर नजर रखना है। इसके लिए नोएडा प्राधिकरण ने टेंडर जारी कर दिए हैं और प्रोजेक्ट पर करीब 212 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस प्रोजेक्ट के तहत शहरभर में लगभग 250 किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क भी स्थापित किया जाएगा, जो कैमरों को कमांड कंट्रोल सेंटर से जोड़ने का काम करेगा। इस सेंटर से शहर की लाइव मॉनिटरिंग की जाएगी, जिससे तुरंत किसी आपात स्थिति में प्रतिक्रिया की जा सकेगी।
कैमरों का प्रकार और उनके उपयोग:
यह योजना विभिन्न प्रकार के अत्याधुनिक कैमरों के माध्यम से लागू की जाएगी, जिनमें शामिल हैं:
1543 फिक्स्ड सर्विलांस कैमरे (4 मेगापिक्सल)
406 ज़ूम कैमरे (2 मेगापिक्सल)
100 ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (ANPR) कैमरे (8 मेगापिक्सल)
चेहरा पहचानने वाले कैमरे (फेस डिटेक्शन)
इसके अतिरिक्त, सुरक्षा के दृष्टिकोण से, शहर के संवेदनशील स्थानों और चौराहों पर 147 इमरजेंसी पैनिक बटन कॉल बॉक्स लगाए जाएंगे। इन बटनों को दबाते ही नजदीकी पुलिस चौकी या थाने को ऑटोमेटिक कॉल पहुंच जाएगी, जिससे तत्काल सहायता मिल सकेगी।
कमांड कंट्रोल रूम और लाइव मॉनिटरिंग:
इस प्रोजेक्ट के तहत एक विशेष कमांड कंट्रोल रूम सेक्टर 94 में स्थापित किया जाएगा, जहां से शहर की 24 घंटे लाइव मॉनिटरिंग की जा सकेगी। नोएडा के 13 थानों को भी इस सिस्टम से जोड़ा जाएगा, ताकि थाने लाइव वीडियो फीड देख सकें और तुरंत प्रतिक्रिया दे सकें। इस कंट्रोल रूम में वीडियो वॉल के माध्यम से निगरानी की जाएगी, जिससे किसी भी घटना या आपात स्थिति में त्वरित निर्णय लिया जा सके।
पब्लिक एड्रेसिंग सिस्टम और साइन बोर्ड:
अतिरिक्त सुरक्षा के लिए, 418 पब्लिक एड्रेसिंग सिस्टम लगाए जाएंगे, जो स्पीकर-आधारित होंगे। इन सिस्टम्स का उपयोग आपातकालीन सूचनाओं को शहरवासियों तक पहुंचाने के लिए किया जाएगा। साथ ही, शहर के विभिन्न स्थानों पर 20 साइन बोर्ड भी लगाए जाएंगे, जो सुरक्षा संबंधी चेतावनियाँ और मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
कैमरों से बदमाशों की पहचान और ट्रैकिंग:
इन स्मार्ट कैमरों की मदद से अपराधियों को आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा। अगर कोई वांछित अपराधी किसी भी कैमरे के पास दिखाई देगा, तो उसका डेटा पहले से मौजूद पुलिस रिकार्ड से मिलाकर उसकी पहचान और लाइव लोकेशन तुरंत कमांड कंट्रोल रूम में पहुंच जाएगी। इसके साथ ही, कैमरों से वाहनों के नंबर प्लेट और उसमें बैठे व्यक्तियों की पहचान भी की जा सकेगी, जिससे अपराधियों को पकड़ने में मदद मिलेगी।
प्रोजेक्ट की समयसीमा और आगे की प्रक्रिया:
इस प्रोजेक्ट के लिए 22 अप्रैल को प्री-बिड बैठक होगी, जहां आने वाली कंपनियां अपनी समस्याओं को प्रस्तुत कर सकेंगी। इसके बाद, 16 मई को टेंडर खोले जाएंगे। इसके साथ ही, प्राधिकरण इस परियोजना की कार्यान्वयन प्रक्रिया की शुरुआत करेगा और इसे जल्द से जल्द पूरा करने की दिशा में काम करेगा। इस सुरक्षा प्रोजेक्ट के माध्यम से नोएडा शहर में अपराध की रोकथाम में महत्वपूर्ण मदद मिलेगी, और यह प्रोजेक्ट नागरिकों की सुरक्षा को एक नया स्तर प्रदान करेगा।
प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन नई दिल्ली, दिल्ली सरकार, दिल्ली राजनीति, दिल्ली मेट्रो, दिल्ली पुलिस, दिल्ली नगर निगम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र की ताजा एवं बड़ी खबरें पढ़ने के लिए hindi.tennews.in : हिंदी न्यूज पोर्टल को विजिट करते रहे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे। विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS NATIONAL यूट्यूब चैनल को भी ज़रूर सब्सक्राइब करे।
Discover more from टेन न्यूज हिंदी
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
टिप्पणियाँ बंद हैं।