नई दिल्ली (16 फरवरी 2025): अगर आप शेयर बाजार में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो सतर्क रहें! साइबर जालसाजों ने शेयर ट्रेडिंग ऐप और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए भोले-भाले निवेशकों को ठगने का नया तरीका अपना लिया है। दिल्ली-एनसीआर में बीते एक साल में इस तरह की 180 से ज्यादा शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं। देशभर में इन फर्जीवाड़ों का आंकड़ा 2000 करोड़ रुपये से अधिक पहुंच चुका है।
साइबर अपराधी व्हाट्सऐप, टेलीग्राम, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर फर्जी निवेश योजनाओं का जाल बिछा रहे हैं। वे पहले फर्जी ग्रुप बनाकर लोगों को उसमें जोड़ते हैं। इस ग्रुप में कई फर्जी प्रोफाइल होते हैं, जो खुद को इन्वेस्टमेंट एक्सपर्ट बताकर बड़ा मुनाफा दिखाने वाले स्क्रीनशॉट शेयर करते हैं। इससे लोग जल्दी प्रभावित हो जाते हैं और फर्जी ऐप डाउनलोड कर लेते हैं, जहां से उनकी पूरी निजी और वित्तीय जानकारी ठगों के हाथ लग जाती है।
शेयर बाजार में तगड़ा रिटर्न देने का झांसा दिया जाता है। फर्जी इन्वेस्टमेंट ऐप डाउनलोड कराई जाती है। ग्रुप में ‘सक्सेस स्टोरीज़’ शेयर कर लोगों का भरोसा जीता जाता है। एक बार निवेश करने पर शुरुआत में मामूली मुनाफा दिखाया जाता है। फिर बड़ी रकम जमा कराने का दबाव बनाया जाता है और बाद में निवेशक को ब्लॉक कर दिया जाता है।
ठगी के कुछ चौंकाने वाले मामले
द्वारका में युवती से 18 लाख की ठगी – शेयर बाजार में निवेश कर दोगुना रिटर्न का झांसा देकर एक युवती से 18 लाख रुपये ऐंठ लिए गए। आरोपी को पकड़ने के बाद पता चला कि उसने देशभर में कई लोगों को ठगा था। रफत मसूद से 47.6 लाख की ठगी – उत्तर पूर्वी दिल्ली में रहने वाले रफत मसूद से एक जालसाज ने ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 47.6 लाख रुपये ठग लिए। साइबर पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सोशल मीडिया पर ठगी के विज्ञापनों की भरमार – फेसबुक, इंस्टाग्राम और लिंक्डइन पर ऐसे हजारों फर्जी विज्ञापन मौजूद हैं, जिनमें तेजी से मुनाफा कमाने का दावा किया जाता है।
कैसे बचें साइबर ठगी से?
सोशल मीडिया पर अज्ञात ग्रुप या लिंक पर क्लिक करने से बचें।केवल गूगल प्ले स्टोर या ऐपल ऐप स्टोर से ही प्रमाणित ऐप डाउनलोड करें। किसी अनजान व्यक्ति या वेबसाइट को अपने बैंक डिटेल्स, पासवर्ड और OTP न दें।किसी भी निवेश से पहले SEBI या RBI से रजिस्टर्ड कंपनियों की ही जानकारी लें। ठगी का संदेह होते ही तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।
साइबर एक्सपर्ट की सलाह
साइबर विशेषज्ञ पवन दुग्गल का कहना है कि “आज लोग डिजिटल लेनदेन तो कर रहे हैं, लेकिन सुरक्षा के उपायों को नजरअंदाज कर देते हैं।” उनका कहना है कि साइबर अपराधियों से बचने के लिए डिजिटल सतर्कता जरूरी है। उन्होंने यह भी सलाह दी कि निवेश से पहले हमेशा कंपनी का रजिस्ट्रेशन नंबर और प्रमाणिकता की जांच करें।
शेयर बाजार में निवेश से पहले सावधानी रखना बेहद जरूरी है। साइबर ठगों के जाल में फंसने से बचने के लिए हमेशा प्रमाणित और विश्वसनीय स्रोतों से ही निवेश करें। जल्दी मुनाफा कमाने की लालच में कहीं आपका बैंक खाता ही खाली न हो जाए।।
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