लखनऊ (05 दिसंबर 2024): वैश्विक महामारी कोविड-19 के बाद देश और दुनिया में आयुर्वेद का क्रेज तेजी से बढ़ा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2014 से 2023 के बीच भारत में आयुष का बाजार 2.85 अरब डॉलर से बढ़कर 43.4 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। इस अवधि में निर्यात भी दोगुने से अधिक हो गया है। इन आंकड़ों से यह साफ होता है कि पारंपरिक भारतीय चिकित्सा पद्धतियों का महत्व न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर भी बढ़ रहा है।
गोरक्षपीठ की परंपरा और योग-आयुर्वेद
गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पृष्ठभूमि योग और आयुर्वेद से जुड़ी हुई है। गोरक्षनाथ मंदिर में स्थापित आयुर्वेद केंद्र, ब्रह्मलीन महंत दिग्विजय नाथ के नाम पर, पीठ की पहली चिकित्सा इकाई रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि उत्तर प्रदेश अपनी समृद्ध कृषि जलवायु, प्रचुर जल संसाधन और मानव संसाधन का उपयोग कर आयुष बाजार का अग्रणी राज्य बने। इसके साथ ही, राज्य को हेल्थ टूरिज्म का पसंदीदा गंतव्य बनाने की भी योजना है।
गोरखपुर में यूपी का पहला आयुष विश्वविद्यालय
गोरखपुर में महायोगी गुरु गोरक्षनाथ के नाम पर राज्य का पहला आयुष विश्वविद्यालय बन रहा है। इस विश्वविद्यालय का शिलान्यास अगस्त 2021 में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया था। अब यह लगभग तैयार है, और ओपीडी सेवाएं भी शुरू हो चुकी हैं। इसके अलावा, अयोध्या में राजकीय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज और वाराणसी में राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज का निर्माण भी इस योजना का हिस्सा है।
आधुनिक पाठ्यक्रम और पीएचडी की सुविधा
आयुष विश्वविद्यालय में पीएचडी के साथ-साथ बीएससी नर्सिंग आयुर्वेद, बी फार्मा आयुर्वेद, बी फार्मा होम्योपैथ, पंचकर्म असिस्टेंट डिप्लोमा, योग नेचुरोपैथी डिप्लोमा जैसे दर्जनभर कोर्स संचालित होंगे। विदेशी छात्रों के लिए विशेष डिप्लोमा पाठ्यक्रम भी प्रस्तावित हैं।
किसानों और स्थानीय रोजगार को बढ़ावा
आयुष क्षेत्र के विकास से राज्य में किसानों की आय बढ़ेगी। आयुष उत्पादों की बढ़ती मांग के चलते स्थानीय किसान औषधीय फसलों की खेती कर सकेंगे, जिससे उन्हें उचित दाम मिलेगा। इसके अतिरिक्त, आयुष हेल्थ टूरिज्म, उत्पादों की ग्रेडिंग, पैकिंग और ट्रांसपोर्टेशन में भी स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का लक्ष्य है कि उत्तर प्रदेश न केवल आयुष चिकित्सा में आत्मनिर्भर बने बल्कि महत्वपूर्ण खिलाड़ी बने।।
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