दिल्ली क्राइम ब्रांच को 4 साल बाद मिली बड़ी कामयाबी, पुणे से खूंखार अपराधी को दबोचा

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (20 मई 2025): दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। चार साल से फरार चल रहे एक खूंखार अपराधी को क्राइम ब्रांच ने महाराष्ट्र के पुणे से गिरफ्तार कर लिया है। यह वही अपराधी है जिसे डकैती और अप्राकृतिक यौनाचार जैसे गंभीर अपराधों में कोर्ट ने 6 साल की सजा सुनाई थी। मगर कोविड काल के दौरान मिली पैरोल का गलत फायदा उठाकर वह फरार हो गया था। मोहम्मद अली उर्फ सुजा नामक इस अपराधी को 2019 में दिल्ली की अदालत ने डकैती और अप्राकृतिक यौनाचार के मामले में दोषी ठहराया था। उसे छह साल की कठोर सजा सुनाई गई थी। लेकिन अक्टूबर 2021 में उसे 90 दिन की इमरजेंसी पैरोल दी गई, जिसके बाद वह वापस जेल नहीं लौटा और पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।

डीसीपी अपूर्वा गुप्ता ने दी गिरफ्तारी की जानकारी

डीसीपी अपूर्वा गुप्ता ने मीडिया को बताया कि आरोपी मोहम्मद अली (32) बिहार के खगड़िया जिले का निवासी है। वह दिल्ली में मेट्रो निर्माण परियोजना में मजदूरी करता था। क्राइम ब्रांच की ARSC यूनिट ने चार राज्यों में छानबीन के बाद उसे पुणे के नवलाख उम्ब्रे इलाके की एक फैक्ट्री से गिरफ्तार किया। करीब 5000 कर्मचारियों वाली इस फैक्ट्री से उसे पहचानना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती थी। पुलिस के अनुसार, 30 नवंबर 2015 को गाज़ियाबाद से लौटते वक्त एक युवक को तीन युवकों ने रास्ते में रोका, लूटपाट की और विरोध करने पर एक आरोपी ने उसके साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया। दो आरोपियों को मौके पर ही पकड़ लिया गया था, जबकि तीसरा आरोपी मोहम्मद अली बाद में गिरफ्तार हुआ था। इसी केस में कोर्ट ने उसे सजा सुनाई थी।

तकनीक और ह्यूमन इंटेलिजेंस से पकड़ाया भगोड़ा

क्राइम ब्रांच की टेक्निकल टीम और ह्यूमन इंटेलिजेंस ने लगातार उसकी लोकेशन ट्रैक की। पता चला कि वह लगातार नाम, पहचान, सिम कार्ड और जगह बदल रहा था। कभी बिहार, कभी गुजरात और कभी महाराष्ट्र में छिपता रहा। लेकिन आखिरकार टीम ने उसे ट्रैक कर पुणे से गिरफ्तार कर लिया और उसे दोबारा जेल भेज दिया गया।क्राइम ब्रांच की जांच में सामने आया कि मोहम्मद अली पर पीएस आनंद विहार और पीएस मधु विहार थानों में दर्ज लूट के मामलों में भी नामजद था। वह कानून की आंखों में धूल झोंकने के लिए बार-बार अपनी पहचान बदलता रहा। लेकिन पुलिस की मेहनत रंग लाई और अब उसे फिर से सलाखों के पीछे डाल दिया गया है।

दिल्ली पुलिस की कार्रवाई की सराहना

यह गिरफ्तारी दिल्ली पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। चार साल तक फरार रहे ऐसे अपराधी को पकड़ना न केवल अपराधियों के मनोबल को तोड़ता है, बल्कि आम जनता में पुलिस के प्रति विश्वास भी मजबूत करता है। दिल्ली पुलिस ने इस केस के जरिए स्पष्ट संदेश दिया है कि चाहे कोई अपराधी जितना भी चालाक क्यों न हो, कानून से बचना आसान नहीं है। तकनीक और सूझबूझ से अब ऐसे फरार अपराधियों को पकड़ना आसान होता जा रहा है।

जांच एजेंसियों की सतर्कता ने किया कमाल

इस ऑपरेशन में शामिल अधिकारियों ने बताया कि आरोपी जिस फैक्ट्री में छिपा था, वहां न केवल उसकी पहचान बदल दी गई थी, बल्कि वह मजदूर के रूप में काम कर रहा था। लेकिन ह्यूमन इंटेलिजेंस और गुप्त सूचना के आधार पर उसकी पहचान की गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी को अब फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा और आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि फरारी के दौरान उसने और कोई अपराध तो नहीं किए।


प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन नई दिल्ली, दिल्ली सरकार, दिल्ली राजनीति, दिल्ली मेट्रो, दिल्ली पुलिस, दिल्ली नगर निगम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र की ताजा एवं बड़ी खबरें पढ़ने के लिए hindi.tennews.in : राष्ट्रीय न्यूज पोर्टल को विजिट करते रहे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे। विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS NATIONAL यूट्यूब चैनल को भी ज़रूर सब्सक्राइब करे।


Discover more from टेन न्यूज हिंदी

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

टिप्पणियाँ बंद हैं।