नोएडा एयरपोर्ट के पास बनेगा यूपी का पहला सेमीकंडक्टर पार्क | Yamuna Authority

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (5 मई 2025): यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के समीप औद्योगिक विकास की दिशा में एक बड़ी पहल करने जा रहा है। सेक्टर-10 में पांच अत्याधुनिक औद्योगिक पार्कों के साथ ही उत्तर प्रदेश का पहला सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग पार्क विकसित किया जाएगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना से न केवल क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि देश की सेमीकंडक्टर क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में भी यह एक अहम कदम साबित होगा।

भूमि अधिग्रहण लगभग पूरा, तीन गांवों की 218 हेक्टेयर भूमि पर होगा विकास

इस परियोजना के लिए प्राधिकरण को राज्य सरकार से कुल 243.9 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की अनुमति मिली थी, जिसमें से अब तक 218.52 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण पूरा हो चुका है। यह भूमि मुख्य रूप से अकालपुर, म्याना और मकसूदपुर गांवों से अधिग्रहित की गई है। अब प्राधिकरण यहां पांच प्रमुख औद्योगिक पार्क विकसित करने की तैयारी में है।

ये होंगे पांच औद्योगिक पार्क

लेदर फुटवियर पार्क – जहां चमड़े से बने जूते, परिधान और अन्य सामानों का निर्माण किया जाएगा।

प्लास्टिक प्रोसेसिंग पार्क – छोटे व मध्यम उद्यमियों को प्लास्टिक उत्पादों के निर्माण हेतु अवसर मिलेगा।

इलेक्ट्रिक वाहन (EV) पार्क – ईवी से जुड़े उपकरणों और तकनीक के लिए समर्पित औद्योगिक क्षेत्र।

सहायक उपकरण पार्क – विभिन्न उद्योगों के लिए सहायक उत्पादों के निर्माण की सुविधा।

हथकरघा पार्क – पारंपरिक कारीगरी और हथकरघा उद्योग को बढ़ावा देने वाला क्षेत्र।

इन परियोजनाओं के माध्यम से अनुमानित ₹15,000 करोड़ का निवेश क्षेत्र में आएगा, जिससे रोजगार के हजारों अवसर उत्पन्न होंगे।

सेमीकंडक्टर पार्क से बढ़ेगी भारत की आत्मनिर्भरता

प्राधिकरण सेक्टर-10 में उत्तर प्रदेश का पहला सेमीकंडक्टर पार्क भी स्थापित करने जा रहा है, जो देश के तकनीकी क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो सकता है। इसके लिए देश-विदेश की पांच कंपनियों ने आवेदन दिया है।

टॉर्क कंपनी ने 125 एकड़ भूमि की मांग की है।

भारत सेमी सिस्टम और कीन्स सेमी कॉन प्राइवेट लिमिटेड को 50-50 एकड़ भूमि आवंटित किए जाने की योजना है।

एडिटेक सेमीकंडक्टर को 100 एकड़ देने की तैयारी है।

वामा सुंदरी कंपनी को पहले सेक्टर-10 में भूमि दी जानी थी, लेकिन सीमित उपलब्धता के कारण उन्हें सेक्टर-28 में 48 एकड़ भूमि दी गई है।

इन कंपनियों में से वामा सुंदरी और टॉर्क को भूमि आवंटन की मंजूरी मिल चुकी है, जबकि अन्य तीन कंपनियों के प्रस्ताव सरकार की स्वीकृति के इंतजार में हैं। सेमीकंडक्टर निर्माण की इन इकाइयों में न्यूनतम ₹40,000 करोड़ से लेकर ₹80,000 करोड़ तक का निवेश किया जाएगा।

किसानों को मिलेगा ₹1,000 करोड़ का मुआवजा

भूमि अधिग्रहण के एवज में अकालपुर, म्याना और मकसूदपुर गांवों के करीब 2,500 किसानों को कुल ₹1,000 करोड़ का मुआवजा दिया जाएगा। यीडा ने यह राशि जिला प्रशासन को हस्तांतरित कर दी है। प्रशासन द्वारा गांवों में शिविर लगाकर मुआवजे का वितरण शुरू कर दिया गया है। अब तक ₹50 करोड़ से अधिक की राशि किसानों को दी जा चुकी है।

YEIDA सीईओ ने की पुष्टि

यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुण वीर सिंह ने बताया कि तीनों गांवों की भूमि का अधिग्रहण पूरा हो चुका है और अब भूमि आवंटन की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना क्षेत्र के विकास के साथ-साथ देश की तकनीकी और औद्योगिक प्रगति में भी मील का पत्थर साबित होगा।।


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