AAP में बगावती सुर: विधायक अब्दुल रहमान ने आम आदमी पार्टी से दिया इस्तीफा

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (11 दिसंबर 2024): सीलमपुर विधानसभा से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अब्दुल रहमान ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर अपना इस्तीफा साझा करते हुए अब्दुल रहमान ने पार्टी नेतृत्व और नीतियों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पार्टी ने सत्ता की राजनीति में उलझकर मुसलमानों और अन्य वंचित समुदायों के अधिकारों को नजरअंदाज किया है।

भारी मन से लिया निर्णय

अपने इस्तीफे में अब्दुल रहमान ने लिखा, “यह निर्णय मेरे लिए आसान नहीं था, लेकिन पार्टी के नेतृत्व और नीतियों में जिस तरह से मुसलमानों और अन्य वंचित समुदायों की उपेक्षा की गई है, उसके बाद यह मेरा नैतिक कर्तव्य बन गया है।”

मुसलमानों के मुद्दों पर चुप्पी का आरोप

अब्दुल रहमान ने अपने पत्र में आम आदमी पार्टी पर मुस्लिम समुदाय की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा, दिल्ली दंगों पर पार्टी की निष्क्रियता देखी गई। दंगों के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।

ताहिर हुसैन का मामला: दंगों में फंसाए गए ताहिर हुसैन को पार्टी ने उनके हाल पर छोड़ दिया।

मरकज़ विवाद: कोरोना महामारी के दौरान मरकज़ और मौलाना साद को निशाना बनाए जाने पर पार्टी ने चुप्पी साध ली।

संबल दंगे पर चुप्पी: हाल के संबल दंगे जैसे संवेदनशील मुद्दे पर पार्टी नेतृत्व ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

पार्टी नेतृत्व पर गंभीर आरोप

अब्दुल रहमान ने कहा कि पार्टी अपने मूल सिद्धांतों और ईमानदार राजनीति के वादों से भटक चुकी है। उन्होंने लिखा, “पार्टी अब जनता की सेवा के बजाय अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को प्राथमिकता दे रही है। मुसलमानों के मुद्दों पर पार्टी की बेरुखी ने न केवल मुझे बल्कि पूरे समुदाय को ठगा हुआ महसूस कराया।”

जनता की सेवा जारी रखने का वादा

रहमान ने कहा कि वह सीलमपुर की जनता के अधिकारों और हकों के लिए संघर्ष करते रहेंगे। उन्होंने वादा किया कि उनकी राजनीतिक यात्रा हमेशा जनता की सेवा और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए समर्पित रहेगी।

पार्टी पर लगे धोखा देने के आरोप

अब्दुल रहमान ने अपने इस्तीफे को पार्टी द्वारा ठगे गए लोगों की आवाज़ बताया। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने उन लोगों को निराश किया, जिन्होंने पार्टी पर भरोसा किया था। उन्होंने लिखा, “आशा है कि पार्टी नेतृत्व अपने रवैये पर आत्ममंथन करेगा।”

राजनीतिक भविष्य पर नजर

अब्दुल रहमान ने अपने आगामी राजनीतिक कदमों की घोषणा जल्द करने की बात कही। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका मुख्य मकसद जनता की सेवा करना और उनके अधिकारों के लिए संघर्ष करना रहेगा।

सत्ता की राजनीति में उलझ गई ‘आप’: अब्दुल रहमान का कटाक्ष

अपने पोस्ट में उन्होंने सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी अब केवल सत्ता की राजनीति में उलझकर रह गई है। उन्होंने लिखा, “केजरीवाल हमेशा जनता के मुद्दों से भागकर अपनी राजनीति करते रहे हैं।”

टिकट कटने के बाद इस्तीफा

अब्दुल रहमान का यह इस्तीफा आम आदमी पार्टी द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव में उनका टिकट काटे जाने के बाद आया है। हालांकि, रहमान ने इस पर कोई सीधा बयान नहीं दिया। रहमान के इस्तीफे से दिल्ली की राजनीति में हलचल मच गई है। यह देखना दिलचस्प होगा कि वह आगे किस पार्टी से जुड़ते हैं या अपनी स्वतंत्र राजनीतिक राह बनाते हैं।।

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