ग्रेटर नोएडा (23 मार्च 2025): ग्रेटर नोएडा के कासना पुलिस ने दो दिसंबर 2024 को हुई एक व्यक्ति की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए मृतक के बेटे को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि पिता की हत्या के पीछे का कारण 50 लाख रुपये की बीमा रकम थी, जिसे हत्यारोपित ने अपने फायदे के लिए हत्या की योजना बनाई थी। आरोपी का नाम संतोष बोसक है, जो बिहार के किशनगंज जिले के गांव बोहरा का निवासी है।
पुलिस जांच में यह सामने आया कि संतोष बोसक ने अपने पिता प्रकाश बोसक की हत्या बीमा की रकम हड़पने और बैंक के कर्ज को माफ कराने के उद्देश्य से की थी। संतोष को यह जानकारी थी कि उसके पिता ने दो जीवन बीमा पॉलिसी ली थीं, जिनमें प्रत्येक की रकम 25 लाख रुपये थी। संतोष ने यह समझा कि इन पॉलिसियों से मिलने वाली बीमा राशि से उसका कर्ज चुकाया जा सकता है, साथ ही वह अपनी कठिनाइयों से उबर सकता है।
घटना के बारे में जानकारी देते हुए, एडीसीपी सुधीर कुमार ने बताया कि संतोष और उसके पिता प्रकाश ने 2022 में एक प्राइवेट बैंक से 12.5 लाख रुपये का होम लोन लिया था, जिससे उन्होंने बुलंदशहर में एक घर खरीदा। इस लोन की मासिक किस्त 12,500 रुपये थी, जो समय के साथ चुकाना कठिन हो गया। बाद में संतोष और उसके पिता ने एक और लोन लेने की योजना बनाई, जिससे पहला लोन चुकाया जा सके और कुछ अतिरिक्त रकम भी मिल सके। इस प्रक्रिया में एक अन्य हाउसिंग फाइनेंस से लगभग 21 लाख रुपये का लोन पास हुआ, जिससे पहले का लोन चुकाया गया।
लेकिन, इस कर्ज की मासिक किस्त 27,000 रुपये थी, जिसे भरने में उन्हें परेशानी होने लगी। इस दौरान संतोष को पता चला कि उसके पिता ने दो जीवन बीमा पॉलिसी ली थीं, जिनमें कुल 50 लाख रुपये की राशि थी। यह बीमा पॉलिसी उसकी मां के नाम पर थी, लेकिन किसी और को इस बारे में जानकारी नहीं थी। संतोष ने इस रकम को हड़पने के लिए अपने पिता की हत्या करने का सोचा।
संतोष ने हत्या की साजिश को अंजाम देने के लिए एक योजना बनाई। उसने एक चाकू लेकर अपने पिता को साथ में दिल्ली जाने के लिए कहा। लौटते वक्त, जब वे सिकंदराबाद के गांव बिसवाना के पास पहुंचे, तो संतोष ने चाकू से अपने पिता की हत्या कर दी। उसने हत्या के बाद अपने पिता के शव को छोड़कर झूठी कहानी गढ़ी और कहा कि उसे अज्ञात हमलावरों ने चाकू से हमला किया था।
हत्या के बाद, संतोष ने अपने पिता के मृत्यु प्रमाण पत्र का इस्तेमाल किया और केवल तीन महीने के भीतर 50 लाख रुपये की बीमा रकम को अपनी मां के खाते से अपने खाते में ट्रांसफर करा लिया। इसके बाद उसने बैंक से दस्तावेज प्राप्त कर अपनी मां का अंगूठा लगवाकर कर्ज माफ कराने का प्रयास किया। लेकिन, संतोष का यह षड्यंत्र ज्यादा समय तक नहीं चल पाया।
पुलिस ने संतोष को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। मामले में आगे की जांच जारी है और पुलिस संतोष के अन्य संभावित अपराधों की जांच भी कर रही है। इस घिनौनी घटना से यह स्पष्ट हो गया कि आर्थिक तंगी और लालच के कारण एक बेटे ने अपने पिता की जान ले ली।
प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन नई दिल्ली, दिल्ली सरकार, दिल्ली राजनीति, दिल्ली मेट्रो, दिल्ली पुलिस, दिल्ली नगर निगम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र की ताजा एवं बड़ी खबरें पढ़ने के लिए hindi.tennews.in : हिंदी न्यूज पोर्टल को विजिट करते रहे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे। विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS NATIONAL यूट्यूब चैनल को भी ज़रूर सब्सक्राइब करे।
Discover more from टेन न्यूज हिंदी
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
टिप्पणियाँ बंद हैं।