JNU छात्रसंघ चुनाव पर सस्पेंस जारी, दिल्ली HC के फैसले पर निर्भर

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (12 मार्च 2025): जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) प्रशासन ने छात्रसंघ चुनावों को लेकर आधिकारिक सर्कुलर जारी कर दिया है। इस सर्कुलर के अनुसार, चुनाव अकादमिक सत्र शुरू होने के छह से आठ सप्ताह के भीतर आयोजित किए जाएंगे। यानी अनुमान है कि चुनाव अप्रैल के अंत या मई की शुरुआत में हो सकते हैं। हालांकि, यह पूरी प्रक्रिया दिल्ली हाईकोर्ट में लंबित एक याचिका के फैसले पर निर्भर करेगी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि चुनाव लागू कानूनों और दिशानिर्देशों के अनुरूप कराए जाएंगे और विस्तृत दिशा-निर्देश जल्द ही साझा किए जाएंगे।

छात्रों के विरोध के बाद आया प्रशासन का फैसला

JNU में बीते कुछ दिनों से छात्रसंघ चुनावों को लेकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी था। छात्र संगठनों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर चुनाव प्रक्रिया में देरी का आरोप लगाया था। बीते पांच दिनों से छात्रों ने डीन ऑफ स्टूडेंट्स के कार्यालय का घेराव कर रखा था, जिसके बाद यह सर्कुलर जारी किया गया। इस घोषणा के बाद छात्र संगठनों ने इसे अपनी जीत करार दिया है। JNU छात्रसंघ के अध्यक्ष के धनंजय ने कहा कि यह छात्रों के संघर्ष की जीत है, क्योंकि वे लगातार चुनावों की अधिसूचना जारी करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे।

दिल्ली हाईकोर्ट में लंबित याचिका बनी रोड़ा

JNU प्रशासन ने चुनावों को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में लंबित एक याचिका के फैसले को अहम बताया है। विश्वविद्यालय ने हाईकोर्ट से लिंगदोह समिति की सिफारिशों से जुड़े कुछ प्रावधानों पर स्पष्टीकरण मांगा है, जो छात्रसंघ चुनावों को नियंत्रित करती हैं। प्रशासन का कहना है कि चुनावों की प्रक्रिया कोर्ट के फैसले के अनुरूप होगी। यह मामला छात्र राजनीति के भविष्य को भी प्रभावित कर सकता है, क्योंकि कई छात्र संगठन लिंगदोह समिति की सिफारिशों में बदलाव की मांग कर रहे हैं।

छात्र संगठनों में बढ़ता तनाव, AISA और BAPSA में झड़प

JNU में छात्र राजनीति हमेशा से ही उग्र रही है, और इस बार भी अलग-अलग छात्र संगठनों के बीच टकराव देखने को मिला। सोमवार देर रात ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) और भीम आर्मी पैंथर्स स्टूडेंट्स एसोसिएशन (BAPSA) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। मंगलवार को BAPSA समर्थकों ने AISA संगठन का प्रतीकात्मक पुतला जलाकर विरोध दर्ज किया। इस झड़प के कारण कैंपस में तनाव बढ़ गया है और छात्र संगठनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।

प्रशासन ने छात्रों से की शांति बनाए रखने की अपील

JNU प्रशासन ने छात्रों से चुनाव प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और निष्पक्ष बनाए रखने में सहयोग करने की अपील की है। डीन ऑफ स्टूडेंट्स मनुराधा चौधरी द्वारा जारी सर्कुलर में कहा गया है कि चुनाव कानूनी दायरे में कराए जाएंगे और सभी नियमों का पालन किया जाएगा। प्रशासन ने यह भी संकेत दिया कि चुनावी प्रक्रिया के दौरान किसी भी तरह की हिंसा या अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

क्या अप्रैल-मई में हो पाएंगे JNU छात्रसंघ चुनाव?

अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या JNU में छात्रसंघ चुनाव अप्रैल-मई में हो पाएंगे, या फिर दिल्ली हाईकोर्ट में लंबित याचिका के चलते इसमें और देरी होगी? छात्र संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर चुनावों की तारीख जल्द घोषित नहीं की गई, तो विरोध प्रदर्शन और तेज होगा। वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद ही चुनाव की अंतिम अधिसूचना जारी होगी। ऐसे में JNU की छात्र राजनीति के भविष्य को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।।


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