WTC बिल्डर और भूटानी ग्रुप पर ईडी की बड़ी कार्रवाई, 12 ठिकानों पर छापेमारी
टेन न्यूज नेटवर्क
नोएडा, (27 फरवरी 2025): उत्तर प्रदेश के नोएडा सेक्टर-90 में स्थित एक बिल्डर के कार्यालय पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को छापा मारा। यह छापेमारी WTC बिल्डर और भूटानी ग्रुप से जुड़े 12 ठिकानों पर एक साथ की गई, जिसमें दिल्ली, लखनऊ, नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम शामिल हैं। ईडी की यह कार्रवाई निवेशकों से धोखाधड़ी के मामलों से जुड़ी बताई जा रही है।
चार घंटे तक चली ईडी की कार्रवाई
ईडी ने नोएडा के सेक्टर-90 स्थित WTC बिल्डर के कार्यालय पर गुरुवार सुबह छापेमारी शुरू की, जो करीब चार घंटे तक चली। इस दौरान जांच एजेंसी के अधिकारियों ने महत्वपूर्ण दस्तावेज, लैपटॉप, मोबाइल फोन, डेस्कटॉप और बैंक खातों की जानकारी जब्त की।
ईडी की टीम ने बिल्डर के सेल्स और कॉरपोरेट ऑफिस पर एक साथ सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान कंपनी के प्रमोटर आशीष भल्ला और भूटानी ग्रुप से जुड़े कई स्थानों पर भी तलाशी अभियान जारी रहा।
ईडी की कार्रवाई के पीछे धोखाधड़ी का मामला
बताया जा रहा है कि WTC ग्रुप और भूटानी ग्रुप पर निवेशकों से 1000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाने और प्रोजेक्ट पूरे न करने के आरोप लगे हैं। पिछले 10-12 सालों में इन ग्रुप्स ने कई प्रोजेक्ट लॉन्च किए, लेकिन उन्हें पूरा नहीं किया।
फरीदाबाद पुलिस ने ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध शाखा) दिल्ली की शिकायत पर WTC बिल्डर और भूटानी ग्रुप के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसके बाद ईडी ने यह छापेमारी की।
किन ठिकानों पर हुई छापेमारी?
ईडी ने WTC बिल्डर और भूटानी ग्रुप से जुड़े दिल्ली, लखनऊ, नोएडा, फरीदाबाद और गुरुग्राम में करीब एक दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की।
सूत्रों के अनुसार, गुरुग्राम में WTC बिल्डर के कार्यालय में “संशोधन निवारण अधिनियम” के तहत छापेमारी की गई। वित्तीय अनियमितताओं और अन्य मामलों की जांच के लिए विभिन्न एजेंसियां इस कार्रवाई में शामिल हैं।
लखनऊ में भी सर्च ऑपरेशन जारी है। भूटानी ग्रुप के प्रतिष्ठित लखनऊ प्रोजेक्ट पर भी जांच की जा रही है।
अब तक नहीं आया बिल्डर का बयान
ईडी की इस बड़ी कार्रवाई के बाद भी WTC बिल्डर या भूटानी ग्रुप की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
भूटानी ग्रुप देश की बड़ी रियल एस्टेट कंपनियों में शामिल है। यह कंपनी अब तक 9 मिलियन स्क्वायर फीट से अधिक निर्माण कार्य कर चुकी है और 74 से अधिक प्रोजेक्ट संचालित कर रही है। भूटानी ग्रुप आधुनिक कमर्शियल और रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स के लिए जाना जाता है।
निवेशकों की बढ़ी चिंता
ईडी की इस कार्रवाई के बाद निवेशकों में चिंता बढ़ गई है। कई लोगों ने इन बिल्डरों की परियोजनाओं में करोड़ों रुपये का निवेश किया है, लेकिन अब तक उन्हें पजेशन नहीं मिला।
ईडी की इस कार्रवाई को रियल एस्टेट सेक्टर में एक बड़ी हलचल माना जा रहा है। जांच एजेंसी ने अब तक इस छापेमारी से जुड़ी विस्तृत जानकारी साझा नहीं की है, लेकिन यह साफ है कि यह बड़ी वित्तीय धोखाधड़ी से जुड़ा मामला है।
आगे की कार्रवाई के लिए ईडी अब जब्त दस्तावेजों और डिजिटल डेटा की गहन जांच करेगी।।
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