नई दिल्ली (10 फरवरी 2025): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को “परीक्षा पे चर्चा” के आठवें संस्करण में 10वीं और 12वीं के छात्रों से बातचीत की। इस सत्र में उन्होंने छात्रों, शिक्षकों और माता-पिता को परीक्षा के तनाव से मुक्त रहने और आत्मविश्वास के साथ बोर्ड परीक्षा देने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। पीएम मोदी ने क्रिकेट का उदाहरण देते हुए कहा कि “जिस तरह एक बल्लेबाज स्टेडियम के शोर को नजरअंदाज कर सिर्फ गेंद पर ध्यान देता है, वैसे ही छात्रों को भी पढ़ाई पर फोकस करना चाहिए, न कि दबाव पर”
1.परीक्षा जीवन का एक हिस्सा, पूरा जीवन नहीं
पीएम मोदी ने कहा कि “हमें सोचना चाहिए कि परीक्षा ज्यादा महत्वपूर्ण है या जीवन।” माता-पिता से उन्होंने अनुरोध किया कि वे अपने बच्चों पर पढ़ाई और करियर का अनावश्यक दबाव न डालें। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि “अगर कोई बच्चा आर्टिस्ट बनना चाहता है, तो माता-पिता को उसे जबरदस्ती इंजीनियर बनाने के लिए मजबूर नहीं करना चाहिए।”
2.सही लक्ष्य बनाएं, दूसरों से तुलना न करें
उन्होंने कहा कि छात्रों को अपने लक्ष्य स्वयं निर्धारित करने चाहिए और अपनी क्षमता के अनुसार उन्हें पाने का प्रयास करना चाहिए। “अगर किसी छात्र का लक्ष्य 95% अंक लाने का था और उसने 93% हासिल किए, तो यह भी सफलता ही मानी जाएगी,”। छात्रों को तनाव से बाहर निकलने का उपाय बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि “परेशानी और चिंता से निपटने के लिए प्राणायाम और मेडिटेशन बहुत मददगार होते हैं।” उन्होंने सुझाव दिया कि “झरने की आवाज सुनना, ध्यान लगाना और योग करना मानसिक एकाग्रता बढ़ाने में सहायक होता है।”
3.माता-पिता से संवाद करें, अवसाद से बचें
प्रधानमंत्री ने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपने माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों से खुलकर अपनी भावनाएं साझा करें। उन्होंने कहा, “पहले बच्चे अपने माता-पिता से हर बात शेयर करते थे, लेकिन अब वे खुद में सिमटते जा रहे हैं। इससे तनाव बढ़ता है और डिप्रेशन का खतरा भी रहता है।”
4.समय का सही प्रबंधन सीखें
पीएम मोदी ने टाइम मैनेजमेंट को परीक्षा की सफलता का एक अहम मंत्र बताया। उन्होंने कहा, “हर किसी के पास दिन में 24 घंटे ही होते हैं, लेकिन कुछ लोग उसी समय में सब कुछ कर लेते हैं, जबकि कुछ हमेशा समय की कमी का रोना रोते रहते हैं।”
5.बच्चों को दें खुला आसमान, न कि किताबों का जेलखाना
उन्होंने माता-पिता को सलाह दी कि वे बच्चों को खुलकर सीखने और नए अनुभवों को अपनाने का अवसर दें। उन्होंने कहा, “अगर हम बच्चों को सिर्फ किताबों में कैद कर देंगे, तो वे कभी भी रचनात्मक नहीं बन पाएंगे।”
6.शिक्षकों को छात्रों की प्रतिभा को पहचानना होगा
प्रधानमंत्री ने शिक्षकों से अपील की कि वे हर छात्र की विशेष क्षमताओं को पहचानें। उन्होंने एक उदाहरण साझा किया कि “एक छात्र को स्कूल से निकालने की योजना थी, लेकिन जब उसे विज्ञान प्रयोगशाला में काम करने का मौका मिला, तो उसने रोबोट बनाकर अपनी प्रतिभा साबित की।”
7.हर चीज में पॉजिटिविटी खोजने की आदत डालें
पीएम मोदी ने छात्रों को सकारात्मक सोच अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि “अगर आप अपने दोस्तों के गुणों को पहचानना सीख लेंगे, तो जीवन के हर क्षेत्र में सकारात्मकता को देखने की आदत बन जाएगी।”
8.लीडरशिप के लिए ‘जहां कमी, वहां हम’ का सिद्धांत अपनाएं
उन्होंने छात्रों को नेतृत्व कौशल विकसित करने के लिए जिम्मेदारी लेने की सीख दी। उन्होंने कहा, “अगर किसी टीम का लीडर चाहता है कि सभी समय पर पहुंचे, तो सबसे पहले उसे खुद अनुशासित रहना होगा।”
9.परिवार से संवाद करें, मानसिक शांति बढ़ाएं
प्रधानमंत्री ने कहा कि “पहले जब तनाव होता था, तो बच्चे अपने दादा-दादी, नाना-नानी और माता-पिता से बात करते थे, जिससे उन्हें मानसिक शांति मिलती थी। आज के समय में यह परंपरा धीरे-धीरे खत्म हो रही है।”
10.सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान दें, दबाव से बचें
क्रिकेट का उदाहरण देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि “अगर बल्लेबाज शोर पर ध्यान देगा, तो वह आउट हो जाएगा। उसी तरह, परीक्षा के समय छात्रों को केवल पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए, न कि बाहरी दबावों पर।”
अंत में, पीएम मोदी ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि “परीक्षा जीवन का एक छोटा सा हिस्सा है, इसे अपने भविष्य का निर्धारक न मानें। आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ें, सफलता निश्चित रूप से मिलेगी।”
प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन नई दिल्ली, दिल्ली सरकार, दिल्ली राजनीति, दिल्ली मेट्रो, दिल्ली पुलिस, दिल्ली नगर निगम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र की ताजा एवं बड़ी खबरें पढ़ने के लिए hindi.tennews.in : हिंदी न्यूज पोर्टल को विजिट करते रहे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे। विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS NATIONAL यूट्यूब चैनल को भी ज़रूर सब्सक्राइब करे।
Discover more from टेन न्यूज हिंदी
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
टिप्पणियाँ बंद हैं।