AI- GIS से सुरक्षित हो रहा भारत: GeoSmart India 2025 में रक्षा व आंतरिक सुरक्षा पर मंथन

टेन न्यूज नेटवर्क

New Delhi News (04 दिसंबर, 2025): भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा संरचना में Geospatial Intelligence (GIS), Artificial Intelligence (AI) और उभरती डिजिटल तकनीकों की बढ़ती भूमिका को रेखांकित करते हुए भारत मंडपम में आयोजित GeoSmart India Conference & Expo 2025 के विशेष सत्र में रक्षा, नीति और टेक्नोलॉजी जगत के शीर्ष विशेषज्ञ एक मंच पर आए। “Defence & Internal Security: Geospatial Intelligence for Strategic Preparedness” शीर्षक वाले इस सत्र में वक्ताओं ने बदलते युद्ध स्वरूप, साइबर खतरों, ड्रोन अटैक, और स्मार्ट सर्विलांस सिस्टम्स पर गहन चर्चा की।

सत्र में यह स्पष्ट हुआ कि आधुनिक युद्ध केवल सीमाओं पर नहीं लड़े जा रहे हैं, बल्कि साइबरस्पेस, शहरी ढाँचों और सूचना नेटवर्कों में भी निरंतर मोर्चेबंदी जारी है। विशेषज्ञों ने कहा कि आंतरिक कमजोरियाँ भी उतनी ही चुनौतीपूर्ण हैं जितनी बाहरी धमकियाँ, इसलिए सुरक्षा ढांचे को बहु-आयामी और तकनीक-आधारित बनाना समय की मांग है।

CLAWS के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल दुश्यंत सिंह (PVSM, AVSM) ने कहा कि “आंतरिक खतरा कई बार बाहरी खतरे से अधिक घातक हो सकता है।” उन्होंने स्मार्ट बॉर्डर सर्विलांस, प्रेडिक्टिव पुलिसिंग के लिए AI, साइबर डिफेंस, काउंटर-UAV सिस्टम, इमरजेंसी रिस्पॉन्स और नागरिकों की सहभागिता जैसे छह प्रमुख स्तंभों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि तकनीक अब केवल सुरक्षा का उपकरण नहीं, बल्कि prediction and prevention का आधार बन चुकी है।

पूर्व राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा सलाहकार कमांडर मुकेश सैनी ने तेजी से बढ़ते साइबर अपराधों को गंभीर खतरा बताते हुए कहा कि वैश्विक साइबर क्राइम लॉसेस $10 ट्रिलियन पार कर चुके हैं। उन्होंने GIS आधारित IP mapping, citizen-centric cyber tools और deepfake detection व AI watermarking को “डिजिटल युग के नए सुरक्षा कवच” बताया। सैनी ने न्यायपालिका, सरकार और AI डेवलपर्स के बीच सहयोग को अनिवार्य बताया।

ड्रोन वायु खतरों पर बोलते हुए ब्रिगेडियर सिद्धार्थ मलिक (SM) ने भारतीय सेना द्वारा तैयार की जा रही चार-स्तरीय काउंटर-UAV प्रणाली—detection, identification, tracking और mitigation—को देश की बड़ी उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि GIS और AI/ML आधारित रियल-टाइम मैपिंग और प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स ने ड्रोन खतरों से निपटने की क्षमता को कई गुना बढ़ा दिया है।

भविष्य की सीमा सुरक्षा का रोडमैप प्रस्तुत करते हुए कर्नल चेतन देवाण ने सेंसर फ्यूज़न, edge-AI और blockchain tokenization आधारित इंटेलिजेंट बॉर्डर सर्विलांस सिस्टम की रूपरेखा साझा की। उन्होंने कहा कि AI आधारित रियल-टाइम एनालिसिस से false alarms में भारी कमी आएगी, जबकि ब्लॉकचेन आधारित सेंसर पहचान सिस्टम की डेटा अखंडता सुनिश्चित करेंगे।

सत्र में विशेषज्ञों ने कहा कि भारत पारंपरिक रक्षा से predictive preparedness की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है, जहाँ AI, GIS, space-tech और cyber intelligence मिलकर एक सुरक्षित, resilient और आत्मनिर्भर सुरक्षा ढांचा तैयार कर रहे हैं। GeoSmart India 2025 ने रक्षा संस्थानों, नीति निर्माताओं और उद्योग जगत के बीच सहयोग को मज़बूत करते हुए आत्मनिर्भर भारत के सुरक्षा दृष्टिकोण को नई गति प्रदान की।


प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन भारत सरकार , दिल्ली सरकार, राष्ट्रीय एवं दिल्ली राजनीति ,   दिल्ली मेट्रो, दिल्ली पुलिस तथा दिल्ली नगर निगम, NDMC, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र की ताजा एवं बड़ी खबरें पढ़ने के लिए hindi.tennews.in : राष्ट्रीय न्यूज पोर्टल को विजिट करते रहे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे। विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS NATIONAL यूट्यूब चैनल को भी ज़रूर सब्सक्राइब करे।

टेन न्यूज हिंदी | Ten News English | New Delhi News | Greater Noida News | NOIDA News | Yamuna Expressway News | Jewar News | NOIDA Airport News.


Discover more from टेन न्यूज हिंदी

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

टिप्पणियाँ बंद हैं।