भारत बनेगा वैश्विक नवाचार शक्ति, फरवरी 2026 में भारत करेगा वैश्विक एआई शिखर सम्मेलन की मेजबानी
टेन न्यूज नेटवर्क
New Delhi News (03 October 2025): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित “उभरते विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार सम्मेलन (ESTIC 2025)” का उद्घाटन किया और देश के लिए एक ऐतिहासिक घोषणा करते हुए एक लाख करोड़ रुपये की अनुसंधान, विकास एवं नवाचार (RDI) योजना का शुभारंभ किया। इस योजना का उद्देश्य भारत में अनुसंधान को गति देना और निजी क्षेत्र द्वारा संचालित अनुसंधान एवं विकास को प्रोत्साहित करना है।
सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में देश-विदेश के वैज्ञानिकों, नोबेल पुरस्कार विजेताओं, नवप्रवर्तकों, शिक्षाविदों और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। प्रधानमंत्री ने भारत की महिला क्रिकेट टीम को आईसीसी महिला विश्व कप 2025 में ऐतिहासिक जीत के लिए बधाई दी और कहा कि उनकी सफलता देश के युवाओं को नई प्रेरणा देगी।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि भारत अब केवल प्रौद्योगिकी का उपभोक्ता नहीं, बल्कि प्रौद्योगिकी के माध्यम से परिवर्तन का अग्रणी राष्ट्र बन चुका है। उन्होंने कहा, “जब विज्ञान का विस्तार होता है, नवाचार समावेशी होता है और तकनीक परिवर्तन को गति देती है, तब बड़ी उपलब्धियों की नींव मजबूत होती है।”
मोदी ने बताया कि भारत का अनुसंधान एवं विकास व्यय पिछले दशक में दोगुना हुआ है, पेटेंट पंजीकरण 17 गुना बढ़ा है और भारत आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन चुका है। देश में 6,000 से अधिक डीप-टेक स्टार्टअप स्वच्छ ऊर्जा, उन्नत सामग्री और बायोटेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत की जैव-अर्थव्यवस्था 2014 के 10 अरब डॉलर से बढ़कर आज 140 अरब डॉलर तक पहुंच चुकी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार अनुसंधान सुगमता पर ध्यान केंद्रित कर रही है ताकि नवाचार का आधुनिक इकोसिस्टम विकसित हो सके। वित्तीय नियमों और खरीद नीतियों में कई सुधार किए गए हैं ताकि प्रयोगशालाओं में तैयार प्रोटोटाइप तेजी से बाजार तक पहुंच सकें। उन्होंने कहा कि उच्च जोखिम और उच्च प्रभाव वाली परियोजनाओं के लिए पहली बार पूंजी उपलब्ध कराई जा रही है।
उन्होंने बताया कि भारत अब नैतिक और मानव-केंद्रित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के वैश्विक ढांचे को आकार दे रहा है। भारत एआई मिशन के तहत 10,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि फरवरी 2026 में भारत वैश्विक एआई शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा, जिसका उद्देश्य समावेशी, सुरक्षित और मानव-केंद्रित एआई को बढ़ावा देना होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के पास आज दुनिया का सबसे सफल डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना है। दो लाख से अधिक ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया है, जिससे मोबाइल डेटा और डिजिटल सेवाओं का लोकतंत्रीकरण हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम अब न केवल चंद्रमा और मंगल तक पहुंच चुका है, बल्कि इसके अनुप्रयोगों से किसानों और मछुआरों को भी लाभ मिल रहा है।
प्रधानमंत्री ने महिला वैज्ञानिकों और छात्राओं के बढ़ते योगदान की भी सराहना की। उन्होंने बताया कि भारत में महिलाओं द्वारा दायर पेटेंट की संख्या प्रति वर्ष 100 से बढ़कर 5,000 से अधिक हो गई है और एसटीईएम (STEM) शिक्षा में महिलाओं की भागीदारी 43 प्रतिशत तक पहुंच गई है, जो वैश्विक औसत से अधिक है।
पीएम मोदी ने युवा शोधकर्ताओं के लिए एक नई पहल की घोषणा करते हुए कहा कि अगले पांच वर्षों में 10,000 नई प्रधानमंत्री अनुसंधान फेलोशिप दी जाएंगी। उन्होंने कहा कि देशभर में 25,000 नई अटल टिंकरिंग लैब्स स्थापित की जाएंगी, ताकि बच्चे विज्ञान और नवाचार के क्षेत्र में प्रयोग कर सकें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को खाद्य सुरक्षा से आगे बढ़कर पोषण सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब समय है जब भारत जैव-प्रबलित फसलों, स्वच्छ ऊर्जा भंडारण और जीनोमिक अनुसंधान जैसे क्षेत्रों में नई संभावनाओं की खोज करे।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन का समापन करते हुए कहा, “भारत विज्ञान और नवाचार के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। हमें जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान के मंत्र के साथ आगे बढ़ना होगा।”
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर अजय कुमार सूद, नोबेल पुरस्कार विजेता सर आंद्रे गेम सहित कई वैज्ञानिक, नवप्रवर्तक और नीति निर्माता उपस्थित थे।
तीन दिवसीय ईएसटीआईसी 2025 सम्मेलन में शिक्षा जगत, अनुसंधान संस्थानों, उद्योग और सरकार के 3,000 से अधिक प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं। इसमें 11 प्रमुख विषयों पर चर्चा होगी जिनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम विज्ञान, उन्नत विनिर्माण, जैव-विनिर्माण, समुद्री अर्थव्यवस्था, इलेक्ट्रॉनिक्स, सेमीकंडक्टर, स्वच्छ ऊर्जा, पर्यावरण, स्वास्थ्य और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने विश्वास व्यक्त किया कि इस सम्मेलन से भारत की नवाचार यात्रा को नई दिशा मिलेगी और आने वाला दशक भारत के वैज्ञानिक पुनर्जागरण का युग सिद्ध होगा।
प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन भारत सरकार , दिल्ली सरकार, राष्ट्रीय एवं दिल्ली राजनीति , दिल्ली मेट्रो, दिल्ली पुलिस तथा दिल्ली नगर निगम, NDMC, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र की ताजा एवं बड़ी खबरें पढ़ने के लिए hindi.tennews.in : राष्ट्रीय न्यूज पोर्टल को विजिट करते रहे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे। विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS NATIONAL यूट्यूब चैनल को भी ज़रूर सब्सक्राइब करे।
टेन न्यूज हिंदी | Ten News English | New Delhi News | Greater Noida News | NOIDA News | Yamuna Expressway News | Jewar News | NOIDA Airport News.
Discover more from टेन न्यूज हिंदी
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
टिप्पणियाँ बंद हैं।