भारतीय संस्कृति की अद्भुत झलक: 60th IHGF Fair में 25 हजार रुपए का नारियल, क्या है इसमें खास?
टेन न्यूज नेटवर्क
Greater Noida News (16 October 2025): ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो मार्ट (India Expo Mart) में 13 अक्टूबर से 17 अक्टूबर 2025 तक हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (EPCH) द्वारा आयोजित 60th IHGF Delhi Fair (60वाँ आईएचजीएफ दिल्ली फेयर) भारतीय हस्तशिल्प उद्योग के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में अंकित हो रहा है। यह आयोजन न केवल भारत के हस्तशिल्प उद्योग को वैश्विक पटल पर प्रतिष्ठा प्रदान कर रहा है, अपितु भारतीय संस्कृति, परंपरा एवं विरासत के गौरवशाली स्वरूप को विश्व भर में प्रसारित कर रहा है। इस भव्य मेले में देश के विविध प्रान्तों से आए हुए कुशल उद्यमी, निर्यातक एवं कलाकार अपनी अनुपम कलाओं का प्रदर्शन कर रहे हैं तथा भारतीय हस्तशिल्प को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सुदृढ़ पहचान प्रदान कर रहे हैं।

इन्हीं अद्भुत प्रतिभाओं में एक नाम है राजस्थान के निवासी मालजी कलाकार ओमप्रकाश जांगिड़ का, जिन्होंने अपनी विलक्षण कला से उपस्थित दर्शकों को चकित कर दिया। सामान्यतः जहाँ एक साधारण नारियल का मूल्य ₹50 से ₹80 तक होता है, वहीं ओमप्रकाश जांगिड़ द्वारा प्रदर्शित एक विशेष नारियल का मूल्य ₹25,000 आँका गया है। यह सुनकर कोई भी आश्चर्यचकित हो सकता है कि भला एक नारियल इतना मूल्यवान कैसे हो सकता है? परन्तु जब उस नारियल को देखा जाता है, तब ज्ञात होता है कि उसकी प्रत्येक रचना के भीतर समर्पण, श्रद्धा और भारतीय शिल्प कौशल की अद्भुत झलक निहित है।
ओमप्रकाश जांगिड़ ने अपनी सूक्ष्म और बारीक हस्तकला द्वारा एक नारियल के भीतर ही मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम, माता जानकी, श्रीलक्ष्मण तथा भक्त हनुमान की प्रतिमाएँ अत्यंत कलात्मक रूप से स्थापित की हैं। टेन न्यूज़ नेटवर्क के संस्थापक गजानन माली से विशेष बातचीत में उन्होंने बताया कि “इस सम्पूर्ण कार्य में किसी यांत्रिक उपकरण का प्रयोग नहीं किया गया, यह पूर्णतः हाथों की कला और बारीकी का परिणाम है।”
उन्होंने आगे बताया कि उन्होंने एक अन्य नारियल में लाल किला, इंडिया गेट, ताजमहल, मुमताज की कब्र, वीर शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चौहान जैसे भारत के महान नायकों और ऐतिहासिक धरोहरों को भी अत्यंत निपुणता से उकेरा है। यह देखकर कोई भी अचंभित हुए बिना नहीं रह सकता कि किस प्रकार इतनी सूक्ष्मता और लगन से इन कलाकृतियों का निर्माण किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि यह परंपरागत कला उनके परिवार में लगभग पचास से साठ वर्षों से निरंतर चली आ रही है। इस कला की शुरुआत उनके दादाजी ने की थी, जिसे उनके पिताजी ने आगे बढ़ाया, और अब वह स्वयं अपने पुत्रों के साथ इस परंपरा को जीवित रखे हुए हैं।
ओमप्रकाश जांगिड़ का यह समर्पण दर्शाता है कि केवल भगवान श्रीराम की उपासना मंदिर में ही नहीं, बल्कि अपने कर्म एवं कला के माध्यम से भी की जा सकती है। अपने शिल्प को ईश-भक्ति का माध्यम बनाना ही उनकी सच्ची आराधना है। उन्होंने यह सिद्ध कर दिखाया कि जब कोई कलाकार अपने कार्य को ईश्वर की सेवा समझकर करता है, तब उसका प्रत्येक सृजन एक पूज्य कला-कृति बन जाता है।

इस विलक्षण कला और परंपरा को विकास आयुक्त (हस्तशिल्प), वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार तथा ईपीसीएच (Export Promotion Council for Handicrafts) का विशेष समर्थन प्राप्त है। यह पहल न केवल पारंपरिक कलाओं के संरक्षण का कार्य कर रही है, बल्कि उन्हें आधुनिक बाजार से जोड़कर हस्तशिल्प उद्योग को एक नवीन दिशा प्रदान कर रही है।
इस प्रकार, 60वाँ आईएचजीएफ दिल्ली फेयर भारतीय संस्कृति, सृजनशीलता और आत्मनिर्भरता की अद्भुत अभिव्यक्ति के रूप में उभरकर सामने आया है। इस आयोजन में प्रदर्शित ओमप्रकाश जांगड़ जैसे कलाकारों की कला यह संदेश देती है कि भारत की हस्तकला केवल वस्त्र, धातु या मिट्टी तक सीमित नहीं, बल्कि यह भारतीय आत्मा की उस रचनात्मक शक्ति का प्रतीक है जो हर युग में सृजन और श्रद्धा के संगम से नया इतिहास रचती रही है।।

प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन भारत सरकार , दिल्ली सरकार, राष्ट्रीय एवं दिल्ली राजनीति , दिल्ली मेट्रो, दिल्ली पुलिस तथा दिल्ली नगर निगम, NDMC, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र की ताजा एवं बड़ी खबरें पढ़ने के लिए hindi.tennews.in : राष्ट्रीय न्यूज पोर्टल को विजिट करते रहे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे। विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS NATIONAL यूट्यूब चैनल को भी ज़रूर सब्सक्राइब करे।
टेन न्यूज हिंदी | Ten News English | New Delhi News | Greater Noida News | NOIDA News | Yamuna Expressway News | Jewar News | NOIDA Airport News.
Discover more from टेन न्यूज हिंदी
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
टिप्पणियाँ बंद हैं।