ऑपरेशन में छोड़ी गई पथरी से बिगड़ी महिला की हालत, सीएमओ से अस्पताल सील करने की मांग!

Ten News Network
GREATER NOIDA News (11/07/2025): नोएडा के आम्रपाली ग्रैंड, जीटा-1 निवासी धीरेन्द्र भाटी ने यथार्थ हॉस्पिटल (Yatharth Hospital) और उसके डॉक्टरों पर गंभीर चिकित्सीय लापरवाही का आरोप लगाते हुए गौतमबुद्ध नगर पुलिस Gautam Buddh Nagar Police) से प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने दावा किया है कि उनकी पत्नी राखी भाटी (Rakhi Bhati) की गॉल ब्लैडर सर्जरी के दौरान डॉक्टरों ने जानबूझकर एक पथरी शरीर में ही छोड़ दी, जिससे उसकी हालत बेहद नाजुक हो गई और जान बचाना मुश्किल हो गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, उनका कहना है कि राखी भाटी को पेट में दर्द की शिकायत के बाद 30 मई 2025 को यथार्थ हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। 31 मई को जनरल सर्जन डॉ. हमीदी द्वारा लेप्रोस्कोपिक कोलेसिस्टेक्टोमी (Gallbladder Removal Surgery) की गई। ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने दावा किया कि ऑपरेशन सफल रहा और पथरी निकाल दी गई। एक स्टोन को परिजनों को दिखाया गया जबकि दूसरे स्टोन के संबंध में कहा गया कि उसे लैब टेस्टिंग के लिए भेजा गया है।

लेकिन ऑपरेशन के बाद राखी की हालत लगातार बिगड़ती रही। उसे पेट और कंधे में असहनीय दर्द बना रहा, जिसे हॉस्पिटल प्रशासन ‘नॉर्मल पोस्ट-ऑपरेटिव दर्द’ बताकर नजरअंदाज करता रहा। 2 जून को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई, लेकिन रात में दोबारा दर्द उभरने पर केवल इंजेक्शन लगाने की सलाह दी गई।

4 जून को दोबारा यथार्थ हॉस्पिटल में भर्ती कराई गई राखी की एमआरसीपी जांच में भी डॉक्टरों ने सब कुछ सामान्य बताया। लेकिन जब धीरेन्द्र ने रिपोर्टें स्वतंत्र विशेषज्ञ डॉ. आशीष वशिष्ठ को दिखाईं, तो सामने आया कि एक पथरी (लगभग 9.5 मिमी) अब भी शरीर में मौजूद है और गॉल ब्लैडर का हिस्सा भी छोड़ा गया है। साथ ही पेट में फ्लूड जमा होने की पुष्टि भी हुई, जो संक्रमण और गंभीर जटिलताओं का संकेत था।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राखी को तत्काल साकेत स्थित मैक्स हॉस्पिटल (Max Hospital) में शिफ्ट किया गया, जहां डॉ. आशीष वशिष्ठ ने आपातकालीन सर्जरी कर उनकी जान बचाई। ऑपरेशन के दौरान गॉल ब्लैडर का शेष भाग और अंदर छूटी पथरी को निकाला गया तथा पेट से फ्लूड निकाला गया।

धीरेन्द्र भाटी का कहना है कि अगर समय रहते राखी को मैक्स हॉस्पिटल में न ले जाया गया होता तो उनकी जान चली जाती। उन्होंने आरोप लगाया कि यथार्थ हॉस्पिटल के मालिक कपिल त्यागी, सर्जन डॉ. हमीदी और डॉ. इकबाल सहित टीम को अपनी गलती की पूरी जानकारी थी, लेकिन उन्होंने न केवल सच्चाई छिपाई बल्कि जानबूझकर मरीज को दोबारा भर्ती कर सिर्फ मामले को दबाने की कोशिश की।

इस गंभीर लापरवाही को लेकर धीरेन्द्र भाटी, पूर्व अध्यक्ष उमेश भाटी देवटा और पूर्व सचिव धीरेन्द्र भाटी (साकीपुर) ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO Dr Narendra Kumar) डॉ. नरेंद्र कुमार से मुलाकात कर शिकायत दर्ज कराई है और अस्पताल को सीज करने की मांग की है। CMO ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

इस प्रकरण में Ten News Network ने CMO डॉ. नरेंद्र कुमार से बात करने का प्रयास किया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका। उनका पक्ष प्राप्त होते ही इस समाचार को अपडेट किया जाएगा।

इस विषय को लेकर यथार्थ हॉस्पिटल से बात की गई लेकिन उन्होंने इस मामले पर कोई भी कमेंट करने से मना किया है।

 

 

प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन नई दिल्ली, दिल्ली सरकार, दिल्ली राजनीति, दिल्ली मेट्रो, दिल्ली पुलिस, दिल्ली नगर निगम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र की ताजा एवं बड़ी खबरें पढ़ने के लिए hindi.tennews.in : राष्ट्रीय न्यूज पोर्टल को विजिट करते रहे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे। विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS NATIONAL यूट्यूब चैनल को भी ज़रूर सब्सक्राइब करे।


Discover more from टेन न्यूज हिंदी

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

टिप्पणियाँ बंद हैं।