Dwarka Fire Tragedy: 9 साल से एक्सपायर्ड थी फायर NOC, सुरक्षा की खुली पोल!

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (11 जून 2025): दिल्ली के द्वारका सेक्टर-13 स्थित Co-operative Group Housing Society के Penthouse में मंगलवार को लगी भीषण आग (Fire Incident) ने राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर खामियों को उजागर कर दिया है। इस दर्दनाक हादसे में एक पिता और उसके दो मासूम बच्चों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोगों ने जान बचाने के लिए किसी तरह इमारत से बाहर निकलकर खुद को सुरक्षित किया।

अब घटना के बाद जो खुलासे सामने आए हैं, उन्होंने Fire Safety को लेकर घोर लापरवाही को उजागर कर दिया है, जिससे पूरे इलाके में चिंता और आक्रोश फैल गया है।

फायर डिपार्टमेंट (Fire Department) की जांच में बड़ा खुलासा

दमकल विभाग की शुरुआती जांच में सामने आया है कि जिस इमारत में आग लगी, उसकी Fire NOC (No Objection Certificate) वर्ष 2016 में ही Expire हो चुकी थी। चौंकाने वाली बात यह है कि बीते 9 वर्षों में Society Management ने इसे रिन्यू कराने की कोई कोशिश नहीं की।

नतीजतन, जब आग लगी, तो इमारत में लगा Fire Fighting System पूरी तरह निष्क्रिय हो चुका था। Fire Hydrant में पानी नहीं था और न ही Emergency Water Supply काम कर रही थी।

दमकल कर्मियों को आई भारी दिक्कतें

जब दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची, तो उन्हें ऊपरी मंजिलों तक पानी पहुंचाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। Manual Pipes और Tools की मदद से आग बुझाने की कोशिश की गई, लेकिन तकनीकी असुविधाओं के चलते समय पर राहत नहीं मिल सकी।

आग और घने धुएं के कारण Rescue Operation में देरी हुई, जिसके चलते तीन लोगों की जान चली गई।

प्रत्यक्षदर्शियों का बयान और व्यवस्थागत खामियां

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगने के समय Society Lifts भी काम नहीं कर रही थीं। Staircases में धुआं भर जाने से ऊपरी मंजिलों पर कई लोग फंस गए। कुछ लोगों ने Balcony में खड़े होकर मदद की गुहार लगाई।

Relief and Rescue Teams को हर व्यक्ति तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। साथ ही यह भी सामने आया है कि सोसायटी में न तो कभी Fire Drill कराई गई और न ही निवासियों को Emergency Preparedness Training दी गई थी।

विशेषज्ञों की चेतावनी और सुझाव

Fire Safety Experts ने इस घटना को गंभीर चेतावनी मानते हुए कहा है कि बहुमंजिला इमारतों में हर छह महीने में एक Mock Drill अनिवार्य होनी चाहिए। इससे न सिर्फ लोगों को आपदा की स्थिति में सही निर्णय लेने में मदद मिलती है, बल्कि Fire Safety Systems की खामियां भी समय रहते सामने आ जाती हैं।

विशेषज्ञों ने यह भी सुझाव दिया है कि Fire Department को ऐसी लापरवाह हाउसिंग सोसायटियों को नोटिस जारी करना चाहिए और Society Management के खिलाफ कानूनी कार्रवाई (Legal Action) की जानी चाहिए।

दिल्ली में बढ़ती आग की घटनाएं – एक गंभीर संकेत

बीते पांच वर्षों में दिल्ली में Fire Incidents में लगातार वृद्धि हुई है, जिनमें सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है। इसके बावजूद Fire Safety Measures को लेकर लापरवाही का रवैया जारी है। द्वारका की यह घटना केवल एक उदाहरण नहीं, बल्कि राजधानी में छिपे उस बड़े खतरे की ओर इशारा करती है, जो सैकड़ों इमारतों में मौजूद है।

अब जरूरत इस बात की है कि सरकार, प्रशासन और आम नागरिक मिलकर Fire Safety के प्रति सजग बनें और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाएं।


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