सस्ती लगने वाली सरोजिनी नगर की शॉपिंग का असली सच!

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (9 जून 2025): दिल्ली का सरोजिनी नगर मार्केट सस्ते और ट्रेंडी कपड़ों के लिए देशभर में मशहूर है। यहां अक्सर लोग मानते हैं कि दुकानदार बहुत कम मुनाफा कमाते हैं, शायद ₹10-₹15 ही क्योंकि वे कहते हैं कि ₹90 की लागत पर ₹100 में कपड़ा बेच रहे हैं। लेकिन हकीकत इससे काफी अलग है। दरअसल, सरोजिनी नगर मार्केट का व्यापार मॉडल बेहद चतुर और संगठित है। यहां बिकने वाले अधिकतर कपड़े या तो सेकंड हैंड होते हैं या फिर ब्रांडेड कंपनियों के निर्यात अधिशेष (Export Surplus)।

कहां से आते हैं ये कपड़े?

भारत, विशेषकर पानीपत, सेकंड हैंड कपड़ों का एक बड़ा केंद्र बन चुका है। हर साल लगभग ₹6000 करोड़ के सेकंड हैंड कपड़े विदेशों से खासकर कनाडा और यूरोपियन देशों से आयात किए जाते हैं। वहां के नागरिक कपड़ों को कुछ बार पहनकर दान कर देते हैं। ये दान किए गए कपड़े भारत आते हैं, जहां इन्हें किलो के हिसाब से थोक में बेचा जाता है।

एक अनुमान के अनुसार, लगभग 80 किलो कपड़ा ₹5000 में मिलता है। इनमें से करीब 40 किलो कपड़ा उपयोग करने लायक होता है। इसका मतलब यह हुआ कि एक शर्ट की वास्तविक लागत ₹25 से ₹30 के बीच पड़ती है, जिसमें टैक्स और पैकेजिंग भी शामिल है। वही शर्ट सरोजिनी में ₹100 से ₹300 तक में बिकती है।

ब्रांडेड लेकिन सस्ते: निर्यात अधिशेष का खेल

सरोजिनी नगर में कई स्टोर प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों जैसे H&M, Zara, Marks & Spencer, और Primark के कपड़े बेचते हैं। ये आमतौर पर निर्यात अधिशेष होते हैं, जिनमें मामूली दोष होते हैं जैसे सिलाई की खामी, रंग में अंतर, या लेबल की कमी। हालांकि गुणवत्ता अच्छी होती है और कीमतें बेहद किफायती।

सौदेबाज़ी और “बोहनी टाइम” का लाभ उठाएं

सरोजिनी नगर में सौदेबाज़ी एक आम प्रक्रिया है। दुकानदार अक्सर शुरुआती कीमत अधिक बताते हैं, लेकिन थोड़ी बातचीत के बाद कीमत आधी या एक-तिहाई तक आ जाती है। सुबह 10 से 12 बजे तक का समय “बोहनी टाइम” माना जाता है, इस दौरान दुकानदार पहले ग्राहक को सौदा करने में अधिक लचीलापन दिखाते हैं।

गुणवत्ता की जांच है जरूरी

चूंकि यहां अधिकतर कपड़े सेकंड हैंड या निर्यात अधिशेष होते हैं, इसलिए ख़रीदते समय हर कपड़े की गुणवत्ता की जाँच अवश्य करें। फटे धागे, हल्के दाग, या अन्य दोषों पर ध्यान दें। दुकानदार आमतौर पर मामूली खामी के कारण और भी छूट देने को तैयार रहते हैं।

भुगतान के तरीके और तैयारी

हालांकि UPI और डिजिटल भुगतान के विकल्प अब उपलब्ध हैं, फिर भी सरोजिनी नगर में नकद भुगतान को अधिक प्राथमिकता दी जाती है। इसलिए मार्केट जाते समय पर्याप्त कैश साथ रखें।

मार्केट का समय और कब जाएं?

खुलने का समय: मंगलवार से रविवार, सुबह 10 बजे से रात 9 बजे तक

साप्ताहिक अवकाश: सोमवार

सर्वश्रेष्ठ समय: सप्ताह के मध्य दिन (मंगलवार से शुक्रवार) – इस दौरान भीड़ कम रहती है और खरीदारी का अनुभव बेहतर होता है।

व्यापार शुरू करने के लिए सुझाव

स्थानीय थोक विक्रेताओं से संपर्क करें – उनके उत्पादों की गुणवत्ता और मूल्य की जानकारी प्राप्त करें।

नमूना परीक्षण करें – व्यापार से पहले कुछ नमूनों की बिक्री कर के ग्राहक की पसंद और प्रतिक्रिया जानें।

ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपस्थिति बनाएं – Instagram, Facebook और Flipkart जैसे प्लेटफॉर्म पर अपनी दुकान का प्रचार करें।

निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करें – नवीनतम और ट्रेंडिंग फैशन बनाए रखने के लिए आपूर्ति चैन मजबूत रखें।


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