दिल्ली में नकली CPVC पाइप फैक्ट्री का भंडाफोड़, पुलिस ने मैनेजर को दबोचा

टेन न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली (1 जून 2025): दिल्ली में घर बनाने वालों को अब सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि राजधानी में नकली CPVC पाइप बनाने वाली एक बड़ी फैक्ट्री का खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक गुप्त सूचना के आधार पर इस फैक्ट्री पर छापेमारी की और वहां से हजारों की संख्या में नकली पाइप और फिटिंग्स बरामद की हैं। यह नकली सामान ‘आशीर्वाद’, ‘एस्ट्रल’, ‘सुप्रीम’ और ‘प्रिंस’ जैसे प्रतिष्ठित ब्रांडों के नाम पर बाजार में बेचा जा रहा था, जिससे ग्राहकों की सुरक्षा और विश्वास दोनों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था।

छापेमारी के दौरान पुलिस ने 6,520 नकली पाइप और 1,438 नकली एल्बो जब्त किए हैं। इसके अलावा, पुलिस को फैक्ट्री से ब्रांडिंग के लिए इस्तेमाल होने वाले मोल्डिंग डाई और एक हाई-क्वालिटी प्रिंटिंग मशीन भी मिली है, जिससे नकली पाइप पर असली ब्रांड के नाम छापे जाते थे। इन पाइपों को देखकर कोई भी ग्राहक आसानी से धोखा खा सकता था क्योंकि इनका लुक और फिनिशिंग बिल्कुल असली जैसा था। फैक्ट्री का संचालन रात के समय किया जाता था ताकि किसी को संदेह न हो सके। पुलिस के अनुसार, आरोपी फैक्ट्री मैनेजर प्रभदीप सिंह इन नकली पाइपों का निर्माण रात के अंधेरे में करवाता था और फिर उन्हें बाजार में खपाया जाता था। आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ भारतीय न्यायक संहिता (BNS) की धारा 318 और कॉपीराइट अधिनियम की धारा 63 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।

दिल्ली पुलिस का कहना है कि यह केवल एक व्यक्ति का काम नहीं था, बल्कि इसके पीछे एक संगठित गैंग होने की आशंका है। पुलिस इस मामले की तह तक जाने के लिए लगातार जांच कर रही है। जांच का फोकस यह भी है कि इस नकली पाइप नेटवर्क के तार दिल्ली-एनसीआर के किन-किन हिस्सों में फैले हुए हैं और किन थोक बाजारों में यह माल बेचा जा रहा था। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला है कि यह फैक्ट्री लंबे समय से चल रही थी और इन पाइपों को स्थानीय निर्माण परियोजनाओं और प्लंबर नेटवर्क के जरिए खपाया जा रहा था। नकली सामान से न केवल ग्राहकों को आर्थिक नुकसान हो रहा था बल्कि यह पाइपलाइन की गुणवत्ता और सुरक्षा के लिए भी खतरा बन रहा था, जिससे जल रिसाव, फटने और निर्माण दुर्घटनाओं जैसी घटनाएं हो सकती थीं।

पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इन नकली पाइपों की आपूर्ति सरकारी या निजी निर्माण प्रोजेक्ट्स में भी की गई थी। इसके लिए निर्माण सामग्री की आपूर्ति करने वाले ठेकेदारों से भी पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा पुलिस ब्रांड कंपनियों से संपर्क करके यह सुनिश्चित कर रही है कि पकड़े गए सामानों की पहचान और मूल्यांकन सही ढंग से किया जा सके। इस कार्रवाई के बाद दिल्ली पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि यदि उन्हें पाइपों की गुणवत्ता को लेकर कोई संदेह हो तो वे तुरंत संबंधित ब्रांड या स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दें। पुलिस का कहना है कि नकली उत्पादों की बिक्री केवल एक धोखाधड़ी नहीं बल्कि लोगों की सुरक्षा से खिलवाड़ भी है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

फिलहाल, पुलिस अब इस फैक्ट्री के मालिक, रॉ मटीरियल सप्लायर्स और खरीदारों के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही है। आशंका जताई जा रही है कि इस नेटवर्क का जाल दिल्ली से बाहर हरियाणा, यूपी और राजस्थान तक फैला हो सकता है। पुलिस की टीमें अब उन स्थानों की पहचान करने में लगी हैं जहां यह माल भेजा जा रहा था। यह मामला दिल्ली में हो रहे फर्जीवाड़ों की एक नई परत को उजागर करता है। आम नागरिकों को भी चाहिए कि वे कम कीमत के लालच में आकर बिना ब्रांड जांचे कोई भी निर्माण सामग्री न खरीदें। दिल्ली पुलिस की यह कार्रवाई उपभोक्ता सुरक्षा की दिशा में एक अहम कदम है और भविष्य में ऐसे नेटवर्क के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की चेतावनी भी।


प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन नई दिल्ली, दिल्ली सरकार, दिल्ली राजनीति, दिल्ली मेट्रो, दिल्ली पुलिस, दिल्ली नगर निगम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र की ताजा एवं बड़ी खबरें पढ़ने के लिए hindi.tennews.in : राष्ट्रीय न्यूज पोर्टल को विजिट करते रहे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे। विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS NATIONAL यूट्यूब चैनल को भी ज़रूर सब्सक्राइब करे।


Discover more from टेन न्यूज हिंदी

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

टिप्पणियाँ बंद हैं।