प्रोजेक्ट अलंकार : यूपी के विद्यालयों का बदलता स्वरूप बना राष्ट्र के लिए अनुकरणीय मॉडल

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (26 मई 2025): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित मुख्यमंत्रियों की बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रोजेक्ट अलंकार की प्रस्तुति दी, जिसे सभी एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने अत्यंत सराहा। इस नवाचारी परियोजना को कई राज्यों ने अपने यहाँ भी लागू करने की इच्छा प्रकट की है।

क्या है प्रोजेक्ट अलंकार?

प्रोजेक्ट अलंकार की नींव 1 अक्टूबर 2021 को रखी गई थी। इसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश के सरकारी माध्यमिक विद्यालयों को भौतिक सुविधाओं से समृद्ध कर आधुनिक शिक्षा के योग्य बनाना है। इस परियोजना के अंतर्गत राज्य के 2441 माध्यमिक विद्यालयों को 35 मानकों के आधार पर संवर्धित किया जा रहा है। इन मानकों में नवीन कक्षाएँ, विज्ञान प्रयोगशालाएँ, पुस्तकालय, कंप्यूटर लैब, स्मार्ट क्लास, स्वच्छ पेयजल व्यवस्था, और छात्र-छात्राओं के लिए पृथक शौचालय जैसी आधारभूत सुविधाएँ सम्मिलित हैं।

वित्त पोषण की बहुस्तरीय व्यवस्था

इस योजना हेतु वित्त का प्रावधान राज्य सरकार, समग्र शिक्षा अभियान, ग्राम पंचायतों, नगर निकायों, तथा कंपनियों के कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) फंड एवं समाज के सहयोग से किया जाता है। जिला स्तर पर इसके संचालन की जिम्मेदारी जिलाधिकारी को दी गई है, जबकि राज्य स्तर पर शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में गठित समिति इस पर निगरानी रखती है।

परिणामस्वरूप शिक्षा में उत्साहवर्धक सुधार

प्रोजेक्ट अलंकार के क्रियान्वयन से विद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति एवं नामांकन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वर्ष 2023-24 से 2024-25 के मध्य माध्यमिक विद्यालयों में नामांकन दर में 23% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। प्राथमिक विद्यालयों में वर्ष 2010 से 2024 तक विद्यार्थियों की उपस्थिति में 5% की वृद्धि हुई है, वहीं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में यह वृद्धि 9.6% रही, जो राष्ट्रीय स्तर पर सर्वाधिक है। साथ ही पुस्तकालयों का उपयोग 55.2% तक बढ़ा है तथा छात्राओं हेतु शौचालय सुविधाओं में 4% का सुधार देखा गया है।

मुख्यमंत्री मॉडल एवं अभ्युदय विद्यालयों का सृजन

प्रोजेक्ट अलंकार के अंतर्गत मुख्यमंत्री मॉडल स्कूल (प्रि-प्राइमरी से कक्षा 12 तक) एवं मुख्यमंत्री अभ्युदय स्कूल (प्रि-प्राइमरी से कक्षा 8 तक) की स्थापना की जा रही है। इन विद्यालयों में स्मार्ट लैब, कंप्यूटर कक्ष, खेल मैदान, मिनी स्टेडियम तथा सौर ऊर्जा संयंत्र जैसी आधुनिक सुविधाएँ विकसित की गई हैं।

संस्कृत शिक्षा का भी हो रहा नवोदय

उत्तर प्रदेश सरकार संस्कृत शिक्षा को भी नया आयाम देने हेतु प्रतिबद्ध है। परियोजना के अंतर्गत देश के सात जनपदों में 11 संस्कृत विद्यालयों का आधुनिकीकरण किया जा रहा है, जिसमें नई कक्षाओं, प्रयोगशालाओं तथा अन्य अधुनातन सुविधाओं का निर्माण शामिल है। इसके अतिरिक्त 141 संस्कृत विद्यालयों के कायाकल्प हेतु ₹14.94 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है।

प्रोजेक्ट अलंकार न केवल उत्तर प्रदेश की शिक्षा प्रणाली का कायाकल्प कर रहा है, बल्कि यह संपूर्ण राष्ट्र के लिए एक प्रेरणास्पद उदाहरण बन चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह पहल “पढ़े भारत, बढ़े भारत” की संकल्पना को साकार करने की दिशा में एक सशक्त कदम सिद्ध हो रही है।।


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