17 सांसदों और 2 संसदीय समितियों को मिलेगा संसद रत्न सम्मान 2025

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (19 मई 2025): भारतीय लोकतंत्र की जड़ें मजबूत करने में उल्लेखनीय भूमिका निभाने वाले 17 सांसदों और 2 संसदीय स्थायी समितियों को इस वर्ष संसद रत्न पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया जाएगा। संसद में उनकी सक्रियता, बहस में हिस्सेदारी, प्रश्न पूछने और विधायी कार्यों में योगदान के आधार पर इन्हें यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया जा रहा है। संसद रत्न पुरस्कार की शुरुआत प्राइम प्वाइंट फाउंडेशन ने की थी, और इस वर्ष के पुरस्कार विजेताओं का चयन एक विशेष जूरी समिति द्वारा किया गया, जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर ने की। अहीर ने कहा कि यह सम्मान उन सांसदों की पहचान है, जिन्होंने लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूती देने के लिए समर्पित भाव से कार्य किया है।

इस बार चार सांसदों को विशेष सम्मान से नवाजा जाएगा, जिन्होंने न केवल 16वीं और 17वीं लोकसभा में उत्कृष्ट योगदान दिया, बल्कि अपने मौजूदा कार्यकाल में भी निरंतर सक्रियता दिखाई है। इनमें भर्तृहरि महताब (भाजपा), सुप्रिया सुले (एनसीपी-एसपी), एन. के. प्रेमचंदन (आरएसपी) और श्रीरंग अप्पा बारणे (शिवसेना) शामिल हैं। इन चारों सांसदों की कार्यशैली, संसदीय मर्यादा और विधायी कार्यों में निरंतरता उन्हें अन्य जनप्रतिनिधियों के लिए प्रेरणास्रोत बनाती है।

इसके अलावा 13 अन्य सांसदों को भी संसद रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इनमें स्मिता वाघ, मेधा कुलकर्णी, प्रवीण पटेल, रवि किशन, निशिकांत दुबे, विद्युत बारन महतो, पी. पी. बौधरी, मदन राठौर और दिलीप सैकिया जैसे भाजपा सांसद शामिल हैं, जिन्होंने अपने प्रश्नों, बहसों और विधेयक पर योगदान से संसद को जीवंत बनाए रखा। वहीं शिवसेना के ठाकरे अरविंद सावंत और नरेश गणपत म्हास्के, कांग्रेस की वर्षा गायकवाड़, और डीएमके के सी. एन. अन्नादुर जैसे सांसदों ने भी बहुदलीय सहभागिता के माध्यम से लोकतांत्रिक संवाद को समृद्ध किया।

संसदीय समितियों की भूमिका को मान्यता देते हुए इस वर्ष दो स्थायी समितियों को भी संसद रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है। इनमें वित्त पर स्थायी समिति (अध्यक्ष: भर्तृहरि महताब) शामिल है, जिसने वित्तीय नीतियों पर गंभीर, व्यावहारिक और दूरदर्शी रिपोर्ट्स संसद में प्रस्तुत की हैं। दूसरी समिति कृषि पर स्थायी समिति है, जिसके अध्यक्ष चरणजीत सिंह चत्री (कांग्रेस) हैं। इस समिति ने किसानों के हितों की रक्षा और कृषि सुधारों पर आधारित ठोस सुझावों को संसद में मजबूती से उठाया।

संसद रत्न पुरस्कार 2025 एक बार फिर यह संदेश देता है कि लोकतंत्र में उत्कृष्टता और सक्रिय सहभागिता को न केवल सराहा जाता है, बल्कि उसका सार्वजनिक सम्मान भी किया जाता है। यह सम्मान सभी सांसदों और संसदीय समितियों को लोकतंत्र के प्रति अपनी जवाबदेही और जिम्मेदारी को और अधिक गंभीरता से निभाने के लिए प्रेरित करेगा।


प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन नई दिल्ली, दिल्ली सरकार, दिल्ली राजनीति, दिल्ली मेट्रो, दिल्ली पुलिस, दिल्ली नगर निगम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र की ताजा एवं बड़ी खबरें पढ़ने के लिए hindi.tennews.in : राष्ट्रीय न्यूज पोर्टल को विजिट करते रहे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे। विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS NATIONAL यूट्यूब चैनल को भी ज़रूर सब्सक्राइब करे।


Discover more from टेन न्यूज हिंदी

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

टिप्पणियाँ बंद हैं।