नई दिल्ली (19 मई 2025): सरोजिनी नगर मार्केट में शनिवार देर रात NDMC द्वारा चलाए गए अचानक तोड़फोड़ अभियान से व्यापारियों में भारी नाराजगी देखने को मिली। यह कार्रवाई रात करीब 11:30 बजे शुरू हुई, जिसमें दुकानों के आगे लगे शेड, बैनर और टीन की छतों को हटाया गया। व्यापारियों का आरोप है कि यह कार्रवाई बिना किसी पूर्व सूचना के की गई और इसका मकसद अवैध हॉकर्स के खिलाफ आवाज़ उठाने वालों को निशाना बनाना था। मिनी मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के अशोक रंधावा ने कहा, “हम लोग अपने घर जा चुके थे, तभी खबर मिली कि दुकानों पर बुलडोजर चल रहा है। जब मौके पर पहुंचे तो अधिकारी कोई लिखित आदेश नहीं दिखा सके और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में तोड़फोड़ जारी रही।” उन्होंने बताया कि मुख्य मार्केट और मिनी मार्केट दोनों जगहों पर वर्षा और धूप से बचाव के लिए लगाए गए शेड और बैनर तोड़ दिए गए।
व्यापारियों का कहना है कि दिल्ली के अन्य बाजारों में भी ऐसे अस्थायी ढांचे हैं, लेकिन केवल सरोजिनी नगर को टारगेट किया गया क्योंकि यहां के व्यापारी अवैध हॉकर्स के खिलाफ आवाज़ उठा रहे थे। उन्होंने बताया कि सरोजिनी नगर दुकानदार संघ ने दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दाखिल की थी, जिसमें अवैध वेंडरों को हटाने की मांग की गई थी। कोर्ट ने इस पर कार्रवाई के निर्देश भी दिए थे। NDMC अधिकारियों ने व्यापारियों के आरोपों को नकारते हुए कहा कि पिछले दो हफ्तों से अस्थायी निर्माणों को हटाने के लिए दुकानदारों को लगातार चेतावनी दी जा रही थी। “ये अवैध निर्माण पहले भी हटाए गए थे, लेकिन फिर से खड़े कर दिए गए। ऐसे ही अभियान दिल्ली के अन्य बाजारों में भी चल रहे हैं,” एक NDMC अधिकारी ने बताया।
NDMC के अनुसार, कई दुकानदारों ने इन अवैध ढांचों का उपयोग सामान रखने के लिए कर रखा था, जिससे राहगीरों को चलने में दिक्कत होती थी। कुछ अवैध हॉकर्स भी इन शेडों के नीचे दुकानें लगाकर नियमों का उल्लंघन कर रहे थे। परिषद का कहना है कि यह कार्रवाई शहरभर में चल रहे एंटी-एंक्रोचमेंट ड्राइव का हिस्सा है। व्यापारियों का कहना है कि NDMC को पहले अवैध वेंडरों पर कार्रवाई करनी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने उल्टा उन दुकानदारों को ही निशाना बना लिया जो न्यायिक प्रक्रिया के जरिए समाधान चाहते थे। “हम वैध रूप से काम कर रहे वेंडरों के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन जो बिना अनुमति के जगह घेरते हैं, उन्हें हटाना जरूरी है,” एक दुकानदार ने कहा।
इस बीच, पुलिस ने उन आरोपों को खारिज किया है जिसमें कहा गया था कि तोड़फोड़ के दौरान कुछ व्यापारियों को चोटें आई हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “यह अभियान NDMC द्वारा किया गया। हमारा काम सिर्फ सुरक्षा देना था। किसी प्रकार की हिंसा की कोई सूचना नहीं है।” फिलहाल मार्केट में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है और व्यापारी NDMC की कार्रवाई को लेकर प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं। दुकानदारों की मांग है कि NDMC स्पष्ट गाइडलाइन जारी करे और अदालत के निर्देशों के अनुसार सिर्फ अवैध कब्जों पर कार्रवाई करे, न कि वैध दुकानों को नुकसान पहुंचाए।
प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन नई दिल्ली, दिल्ली सरकार, दिल्ली राजनीति, दिल्ली मेट्रो, दिल्ली पुलिस, दिल्ली नगर निगम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र की ताजा एवं बड़ी खबरें पढ़ने के लिए hindi.tennews.in : राष्ट्रीय न्यूज पोर्टल को विजिट करते रहे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे। विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS NATIONAL यूट्यूब चैनल को भी ज़रूर सब्सक्राइब करे।
Discover more from टेन न्यूज हिंदी
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
टिप्पणियाँ बंद हैं।