भारत-पाक तनाव के बीच महबूबा मुफ्ती का विवादित बयान, सेना से युद्ध समाप्त करने की अपील

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (09 मई 2025): भारत और पाकिस्तान के बीच जारी सैन्य तनाव के बीच पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का बयान सियासी हलकों में हलचल मचा रहा है। जहां पूरा देश सेना के ऑपरेशन सिंदूर का समर्थन कर रहा है, वहीं महबूबा मुफ्ती ने ऐसा बयान दिया है जिसे विपक्षी दल “सेना का मनोबल तोड़ने वाला” बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान को तुरंत हमले रोकने चाहिए, क्योंकि सबसे ज्यादा तकलीफ जम्मू-कश्मीर के लोगों को हो रही है।

मुफ्ती ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मेरी दोनों देशों से गुजारिश है कि इन हमलों को बंद कर दीजिए। जम्मू-कश्मीर के लोग कब तक इस मुसीबत को झेलेंगे?” उन्होंने सवाल उठाया कि अगर दोनों देशों ने हिसाब बराबर कर लिया है तो अब मासूम बच्चों को क्यों मारा जा रहा है। उनका बयान ऐसे समय आया है जब भारत ने पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक कर वैश्विक स्तर पर एक स्पष्ट संदेश दिया है।

महबूबा मुफ्ती ने अपने बयान में सीमावर्ती इलाकों में दहशत का जिक्र करते हुए कहा कि वहां के लोग मानसिक और शारीरिक रूप से बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सिलसिला अब बंद होना चाहिए और इसे इंसानियत के खिलाफ करार दिया। हालांकि उन्होंने आतंकवाद या पाकिस्तान प्रायोजित हमलों की स्पष्ट रूप से निंदा नहीं की, जिससे उनकी नीयत पर सवाल उठने लगे हैं।

भाजपा नेताओं और सैन्य विशेषज्ञों ने महबूबा मुफ्ती के बयान की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि जब भारत की सेना आतंकवाद के खात्मे के लिए निर्णायक कार्रवाई कर रही है, तब इस तरह के बयान न सिर्फ सेना का मनोबल गिराते हैं, बल्कि दुश्मन देश को अप्रत्यक्ष समर्थन देते हैं। कुछ नेताओं ने यहां तक कहा कि ऐसे बयान संवेदनशील समय में देशविरोधी माने जाने चाहिए।

इस बीच सोशल मीडिया पर भी मुफ्ती के बयान को लेकर जबरदस्त प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कुछ यूजर्स ने उन्हें ‘सेक्युलर आतंकवाद की पैरोकार’ बताया, तो कुछ ने उनकी पार्टी की विचारधारा पर ही सवाल उठाया। ऑपरेशन सिंदूर के बाद देशभर में राष्ट्रवाद की भावना मजबूत हुई है और ऐसे में महबूबा मुफ्ती के बयान ने उन्हें विवादों के केंद्र में ला खड़ा किया है। अब देखना होगा कि इस बयान का राजनीतिक और सामाजिक असर जम्मू-कश्मीर की राजनीति पर कितना पड़ता है।।


प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन नई दिल्ली, दिल्ली सरकार, दिल्ली राजनीति, दिल्ली मेट्रो, दिल्ली पुलिस, दिल्ली नगर निगम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र की ताजा एवं बड़ी खबरें पढ़ने के लिए hindi.tennews.in : हिंदी न्यूज पोर्टल को विजिट करते रहे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे। विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS NATIONAL यूट्यूब चैनल को भी ज़रूर सब्सक्राइब करे।


Discover more from टेन न्यूज हिंदी

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

टिप्पणियाँ बंद हैं।