“वन नेशन वन इलेक्शन” के मुद्दे पर क्या बोले दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (12 दिसंबर 2024): आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार की ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ प्रस्ताव पर तीखा हमला किया है। केजरीवाल ने कहा कि देश को ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की जरूरत नहीं है, बल्कि ‘एक राष्ट्र, एक शिक्षा प्रणाली’ और ‘एक राष्ट्र, एक स्वास्थ्य प्रणाली’ की आवश्यकता है। उनका मानना है कि इन प्राथमिकताओं पर ध्यान देना ज्यादा महत्वपूर्ण है, ताकि हर नागरिक को समान अवसर और स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।

केजरीवाल ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, “हमारा ध्यान चुनावों पर नहीं, बल्कि शिक्षा और स्वास्थ्य पर होना चाहिए। अगर हम शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार करते हैं, तो देश की तरक्की में तेजी आएगी।” उन्होंने आगे कहा, “जब तक देश में हर राज्य में समान शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं नहीं होंगी, तब तक ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ जैसे मुद्दे केवल राजनीति की चाल हैं।”

केजरीवाल ने बीजेपी की सरकार पर आरोप लगाया कि वह लोगों की वास्तविक समस्याओं से ध्यान हटा कर चुनावी मुद्दों पर राजनीति कर रही है। उनका कहना था, “बीजेपी ने अपने कर्तव्यों से मुंह मोड़ लिया है और अब जनता को गुमराह करने के लिए ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ जैसे गैर जरूरी मुद्दों को उठाया जा रहा है।”

उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि वह देश की शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए कदम उठाए, ताकि हर भारतीय को समान अवसर और बेहतर जीवन मिल सके।

केजरीवाल का यह बयान उस समय आया है जब केंद्र सरकार ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के विचार को बढ़ावा दे रही है, जिससे देश में लोकसभा और विधानसभा चुनावों को एक साथ कराने की योजना है।।

टिप्पणियाँ बंद हैं।