किसानों की रिहाई और समस्याओं के समाधान को लेकर डीएम कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (12 दिसंबर 2024): उत्तर प्रदेश सरकार और गौतमबुद्ध नगर पुलिस प्रशासन की सख्ती के बावजूद, विभिन्न मजदूर और किसान संगठन अपने अधिकारों की रक्षा के लिए मैदान में उतरे। सीटू (सेंटर फॉर इंडियन ट्रेड यूनियन्स), जनवादी महिला समिति, संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा और किसान सभा सहित कई संगठनों ने आज डीएम कार्यालय सूरजपुर, ग्रेटर नोएडा पर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने जेल में बंद किसानों की बिना शर्त रिहाई की मांग की और अन्य समस्याओं के समाधान की अपील की।

प्रदर्शन में शामिल प्रमुख नेता:

प्रदर्शन को संबोधित करते हुए, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के सांसद कामरेड ए ए रहीम, जनवादी महिला समिति की राष्ट्रीय अध्यक्ष मरियम ढबले, और दिल्ली एनसीआर राज्य सचिव आशा शर्मा ने लोकतांत्रिक तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को गिरफ्तार किए जाने और पुलिस द्वारा घर-घर जाकर आतंकित किए जाने की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण आंदोलन को रोकने के लिए किसानों और उनके परिवारों पर दमनकारी नीतियां लागू की जा रही हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

डीएम से मुलाकात और आश्वासन:

प्रदर्शन के बाद, सीपीआईएम पार्टी के सांसद ए ए रहीम के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी मनीष वर्मा से मिला और उन्हें ज्ञापन सौंपा। इस पर जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि जेल में बंद किसानों से उनके परिजनों और वकीलों को मिलने की छूट दी जाएगी, 47 किसानों को आज रिहा कर दिया जाएगा, और पुलिस घर-घर जाकर हाउस अरेस्ट नहीं करेगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि शेष सभी मुद्दों का समाधान शीघ्र किया जाएगा।

आंदोलन को लेकर चेतावनी:

सीटू जिलाध्यक्ष गंगेश्वर दत्त शर्मा ने कहा कि यदि किसानों की बिना शर्त रिहाई और उनकी समस्याओं का समाधान जल्दी नहीं किया गया, तो सभी संगठनों को एक साथ लेकर जनपद में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

इस प्रदर्शन से यह स्पष्ट संदेश गया कि यदि किसानों और उनके समर्थकों की आवाज़ को दबाने की कोशिश की गई, तो आंदोलन और तेज होगा।।

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