ITS डेंटल काॅलेज में ओरल कैंसर के पहचान एवं उसके उपचार हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
दिनांक 09.04.2025 को आई0टी0एस0 डेंटल काॅलेज, ग्रेटर नोएडा में ओरल कैंसर के पहचान एवं उसके उपचार हेतु संस्थान के ओरल मेडिसीन विभाग द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें संस्थान एवं दिल्ली एन0सी0आर0 के विभिन्न संस्थानों के 100 से अधिक चिकित्सकों एवं विद्यार्थियों ने भाग लिया।
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए मुख्य वक्ता मैक्स जेपी हाॅस्पिटल, नोएडा के ं सुप्रसिद्ध कैंसर सर्जन डाॅ0 अंशुमन कुमार ने बताया कि भारत वर्ष में हर साल लाखों ओरल कैंसर के मरीज पाये जाते हैं और प्रतिवर्ष लाखों लागों की मृत्यु ओरल कैंसल से हो जाती है।
डाॅ0 कुमार ने कहा कि दंत चिकित्सक अपने पास आने वाले मरीजों के मुख में ओरल कैंसर के लक्षण जैसे मुख में लगातार छाले, मुख के अंदर सफेद या लाल धब्बे का निशान, मुख में जलन आदि के लक्षण पाये जाने पर उसका बायोप्सी करके ओरल कैंसर के लक्षण मिलने पर मरीजों को समय रहते उचित इलाज की सलाह दे सकते हैं।
इस अवसर पर धर्मशिला नारायण सुपरस्पेशलिटी हाॅस्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ0 गरिमा रावत ने कैंसर के आधुनिक डाइग्नोस्टिक के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि कैंसर होने के कारण जैसे घूम्रपान, गुटखा, तम्बाकू आदि के सेवन के प्रति लोगों में जागरूगता फैलाने की जरूरत है, जिसमें दंत चिकित्सका एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए डाॅ0 रावत ने कहा कि दंत-चिकित्सका संस्थान में आने वाले मरीजों के मुख के परीक्षण के दौरान कैंसर रोगियों की पहचान आसानी से कर सकते हैं।
संस्थान के प्रधानाचार्य डाॅ0 सचित आनन्द अरोरा ने बताया कि संस्थान में कैंसर के प्रारम्भिक जाँच की व्यवस्था मौजूद है, तथा संस्थान के चिकित्सकों के माध्यम से संस्थान में आने-वाले सभी मरीजों को घूम्रपान, गुटखा, बीड़ी एवं तम्बाकू के सेवन से होने वाले नुकसान के बारे में बराबर अवगत कराया जाता है।
इस अवसर पर आई0टी0ए0 द एजूकेशन ग्रुप के उपाध्यक्ष श्री सोहिल चड्ढा ने बताया कि संस्थान का हमेशा से ही यह प्रयास रहता कि यहां आने वाले मरीजों को उच्च गुणवत्ता पूर्वक इलाज प्रदान किया जाये तथा कैंसर जैसी गंभीर बिमारियों के होने के कारण एवं उसके निवारण के बारे में अवगत कराया जाये।
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