सरकारी स्कूलों में मिलेगा शुद्ध पेयजल, BPCL और SheWings ने शुरू किया “स्वच्छ जल, स्वस्थ कल” अभियान

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (9 अप्रैल 2025): विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) और SheWings फाउंडेशन ने मिलकर एक सराहनीय पहल की शुरुआत की है, जिसके अंतर्गत गौतम बुद्ध नगर जनपद के 35 सरकारी विद्यालयों में आरओ आधारित जल शुद्धिकरण प्रणाली स्थापित की जा रही है। इस अभियान का नाम “स्वच्छ जल, स्वस्थ कल” रखा गया है, जो बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों में सुधार लाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।

प्रशासन का पूर्ण सहयोग, अभियान की सफलता की कुंजी

इस अभियान को स्थानीय प्रशासन का भरपूर समर्थन मिला है। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा और बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पवार ने न केवल इसकी स्वीकृति प्रदान की, बल्कि समन्वय की भूमिका भी निभाई। स्कूलों में आरओ सिस्टम लगाने की प्रक्रिया इन दोनों अधिकारियों की अनुमति से ही संभव हो पाई है।

SheWings फाउंडेशन की सोच: हर बच्चे को मिले स्वच्छ जल

SheWings फाउंडेशन के संस्थापक मदन मोहित भारद्वाज ने कहा, हमने यह पहल इसलिए शुरू की क्योंकि स्वच्छ जल का अभाव बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में एक बड़ी बाधा है। यह केवल एक CSR परियोजना नहीं, बल्कि एक सामाजिक उत्तरदायित्व है। हमारा उद्देश्य है कि हर बच्चा स्वस्थ, आत्मविश्वासी और सुरक्षित महसूस करे।

BPCL की CSR योजना का भाग: स्वस्थ भारत की दिशा में कदम

BPCL के जनरल मैनेजर रमन मलिक ने बताया कि यह पहल कंपनी की CSR योजना “स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत” के अंतर्गत लाई गई है। उन्होंने कहा, हमारा प्रयास है कि देश के हर कोने में स्वास्थ्य और स्वच्छता से जुड़ी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। यह परियोजना उसी दिशा में एक कदम है।

हर घंटे 250 लीटर शुद्ध जल की सुविधा

स्कूलों में जो RO सिस्टम लगाए जा रहे हैं, वे प्रति घंटा 250 लीटर पानी शुद्ध करने में सक्षम हैं। इससे हजारों बच्चों को प्रतिदिन साफ और सुरक्षित पेयजल मिलेगा। दूषित जल से होने वाली बीमारियों में अब भारी कमी आने की उम्मीद है।

चिकित्सकों ने भी बताया यह पहल आवश्यक

मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, नोएडा के सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ और ओरल हाइजीन निदेशक डॉ. प्रवीण कुमार ने बताया, दूषित पानी बच्चों में दस्त, टाइफाइड, और कई अन्य बीमारियों की प्रमुख वजह बनता है। आरओ तकनीक से ऐसे खतरनाक जीवाणु और वायरस हटाए जा सकते हैं। यह पहल बच्चों के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहद आवश्यक है।

स्थानीय ज़रूरतों से उपजी सोच

टेन न्यूज़ से हुई बातचीत में शिवेंद्र पांडे ने बताया कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पहले से पेयजल की अच्छी व्यवस्था है, लेकिन गौतम बुद्ध नगर के लगभग 50% स्कूलों में आज भी स्वच्छ पानी उपलब्ध नहीं है। बच्चों को हैंडपंप का पानी पीना पड़ता है जो सुरक्षित नहीं माना जाता। उन्होंने कहा, पौष्टिक भोजन तभी लाभकारी होगा जब पानी भी शुद्ध हो। RO सिस्टम से बच्चों की सेहत के साथ-साथ उनकी एकाग्रता और पढ़ाई पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा।

सतत विकास लक्ष्यों की पूर्ति की दिशा में कदम

यह अभियान संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) विशेष रूप से स्वास्थ्य, शिक्षा और स्वच्छता से जुड़ा हुआ है। यह साझेदारी दिखाती है कि यदि निजी और सरकारी क्षेत्र मिलकर काम करें, तो व्यापक बदलाव लाना संभव है।

“स्वच्छ जल, स्वस्थ कल”: एक सामाजिक आंदोलन की शुरुआत

यह पहल केवल एक योजना भर नहीं है, बल्कि यह एक सामाजिक आंदोलन है जो आने वाले समय में देशभर में दोहराया जा सकता है। BPCL और SheWings फाउंडेशन की यह साझेदारी इस बात का प्रतीक है कि स्वच्छ पानी केवल जीवन की आवश्यकता नहीं, बल्कि एक बच्चे के बेहतर भविष्य का अधिकार है।इस प्रकार गौतम बुद्ध नगर से शुरू हुआ यह अभियान देशभर के अन्य जिलों के लिए एक प्रेरणादायी उदाहरण बन सकता है।।


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