“उत्तर और दक्षिण का मिलन”: असदुद्दीन ओवैसी और गिरिराज सिंह की मुलाकात के पीछे का कारण?

टेन न्यूज नेटवर्क

नई दिल्ली (11 दिसंबर 2024): देश के दो प्रमुख और कट्टर विरोधी नेताओं, असदुद्दीन ओवैसी और गिरिराज सिंह, की दिल्ली में हुई मुलाकात ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। दोनों नेता हमेशा एक-दूसरे के खिलाफ तीखे बयान देने के लिए प्रसिद्ध रहे हैं, लेकिन हाल ही में हुई उनकी मुलाकात ने सबको चौंका दिया।

इस मुलाकात के बाद सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर कई तरह की चर्चाएं और अटकलें लगाई जाने लगीं। हालांकि, इस मुलाकात का मुख्य कारण राजनीति से हटकर मालेगांव के पावरलूम उद्योग से जुड़ी समस्याओं को हल करने के लिए था।

ओवैसी और उनके साथ आए प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात की। इस मुलाकात में मालेगांव के पावरलूम उद्योग से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई। मालेगांव, जो महाराष्ट्र का एक प्रमुख कपड़ा केंद्र है, यहां के पावरलूम उद्योग में करीब 5 लाख इकाइयां कार्यरत हैं। इस उद्योग से जुड़े लोग लंबे समय से कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जिनमें आर्थिक संकट और सरकारी मदद की कमी प्रमुख हैं।

ओवैसी ने बताया कि उनके साथ 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल था, जिसमें मालेगांव के विधायक मुफ्ती इस्माइल कासमी, एआईएमआईएम महाराष्ट्र के अध्यक्ष इम्तियाज जलील और मोमिन मुजीब अहमद शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री से मालेगांव के पावरलूम उद्योग की समस्याओं का समाधान करने के लिए एक दौरे की मांग की। गिरिराज सिंह ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए उन्हें आश्वासन दिया कि वह जल्दी ही मालेगांव का दौरा करेंगे और समस्याओं का समाधान करेंगे।

सोशल मीडिया पर हो रही चर्चा

जब ओवैसी ने इस मुलाकात की जानकारी सोशल मीडिया पर दी, तो तस्वीरों के साथ उनके ट्वीट ने तुरंत ध्यान खींच लिया। सोशल मीडिया पर लोग इस मुलाकात के बारे में तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोग इसे एक नई राजनीतिक दिशा की शुरुआत मान रहे हैं, जबकि अन्य इसे केवल औपचारिक मुलाकात मान रहे हैं।

मुलाकात के दौरान, गिरिराज सिंह ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिलाया कि वह मालेगांव के पावरलूम उद्योग के मुद्दों को गंभीरता से देखेंगे और जल्द ही वहां का दौरा करेंगे। मंत्री ने यह भी कहा कि उनकी टीम इस समस्या का समाधान खोजने के लिए काम करेगी और मालेगांव के कपड़ा उद्योग के लिए राहत पहुंचाने के उपाय किए जाएंगे।

इस मुलाकात ने यह साबित किया कि राजनीति से परे भी नेताओं के बीच जनहित के मुद्दों पर सहयोग किया जा सकता है। ओवैसी और गिरिराज सिंह जैसे कट्टर विरोधियों का एक साथ आना, मालेगांव के पावरलूम उद्योग के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।।


Discover more from टेन न्यूज हिंदी

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

टिप्पणियाँ बंद हैं।