दिल्ली विधानसभा चुनाव: दिल्ली में आम आदमी पार्टी को तगड़ा झटका, बीजेपी की सरकार बनना तय – रवि पंडित
टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (7 फरवरी 2025): दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को संपन्न हो चुके हैं, और अब सबकी निगाहें 8 फरवरी को आने वाले चुनाव परिणामों पर टिकी हैं। चुनावी माहौल और संभावित नतीजों को लेकर इलेक्शन मैनेजमेंट एक्सपर्ट रवि पंडित ने Ten News से खास बातचीत में अपनी राय साझा की। उनका मानना है कि इस बार आम आदमी पार्टी (AAP) को झटका लग सकता है, और भारतीय जनता पार्टी (BJP) को लाभ मिलता दिख रहा है।
दिल्ली में बीजेपी को बढ़त?
रवि पंडित के अनुसार, दिल्ली चुनावों में आम आदमी पार्टी पिछड़ती नजर आ रही है, जबकि बीजेपी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और जनहितकारी योजनाओं का फायदा मिल रहा है। उन्होंने बताया कि पहले मिडिल क्लास वोटर आम आदमी पार्टी के पक्ष में था, लेकिन इस बार यह वर्ग पूरी तरह बीजेपी की ओर शिफ्ट हो गया है। ऐसे में, AAP की 20 सीटें कम हो सकती हैं, और उनकी सीटें 30-35 तक सिमट सकती हैं। दूसरी ओर, बीजेपी के पास सरकार बनाने की पूरी संभावना है।
जमीन पर बीजेपी का मजबूत प्रदर्शन
रवि पंडित ने बताया कि उनकी टीम पिछले दो महीनों से ग्राउंड पर काम कर रही है, खासतौर पर कर्जनपुरा इलाके में। उनके मुताबिक, आम आदमी पार्टी द्वारा किए गए वादे पूरे नहीं होने से जनता में नाराजगी है, जिससे बीजेपी को फायदा मिल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी झुग्गीवासियों को डराने की रणनीति अपना रही थी, लेकिन बीजेपी ने “जहां झुग्गी, वहां मकान” अभियान चलाकर इन मतदाताओं का भरोसा जीत लिया।
जंगपुरा में बीजेपी की बढ़त?
रवि पंडित ने जंगपुरा विधानसभा सीट को लेकर दावा किया कि वहां से बीजेपी प्रत्याशी तरविंदर सिंह मरवाह की जीत तय है। उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया इस सीट को सबसे सुरक्षित मान रहे थे, क्योंकि वहां मुस्लिम और अनुसूचित जाति वर्ग के वोट उनके समर्थन में थे। लेकिन बीजेपी ने रणनीतिक रूप से झुग्गी क्लस्टर्स में मजबूत पकड़ बनाई और महिला सम्मान योजना जैसी योजनाओं के प्रचार से मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित किया।
उन्होंने आगे कहा कि निज़ामुद्दीन बस्ती, जो आम आदमी पार्टी का मजबूत गढ़ था, वहां से 36% वोट कांग्रेस को शिफ्ट हो गया है। इससे AAP को नुकसान होगा और बीजेपी को सीधा फायदा मिलेगा।
आम आदमी पार्टी के लिए मुश्किलें क्यों बढ़ीं?
रवि पंडित के अनुसार, आम आदमी पार्टी की सबसे बड़ी गलती यह रही कि उनके वादे जनता तक सही तरीके से नहीं पहुंच पाए। उन्होंने बताया कि इस बार मिडिल क्लास पूरी तरह बीजेपी की तरफ झुक गया है, और फ्री योजनाओं की राजनीति (Freebies Politics) का असर कम होता दिख रहा है।
अब सवाल यह है कि क्या वाकई दिल्ली में इस बार सत्ता परिवर्तन होगा? 8 फरवरी को चुनाव परिणाम घोषित होने हैं, और यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता ने किसे अपना जनादेश दिया है। यदि रवि पंडित की भविष्यवाणी सही साबित होती है, तो दिल्ली में इस बार बीजेपी की सरकार बन सकती है।
Discover more from टेन न्यूज हिंदी
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
टिप्पणियाँ बंद हैं।