Big Bazaar का पतन: कभी रिटेल साम्राज्य पर राज करने वाला ब्रांड कैसे बना इतिहास?
टेन न्यूज नेटवर्क
GREATER NOIDA News (04/11/2025): भारत के रिटेल सेक्टर का सबसे बड़ा नाम Big Bazaar अब इतिहास बन चुका है। कभी “इससे सस्ता और अच्छा कहीं नहीं” जैसे लोकप्रिय नारे के साथ लाखों भारतीय उपभोक्ताओं के दिलों पर राज करने वाला यह ब्रांड अब पूरी तरह बंद हो गया है।
साल 2001 में फ्यूचर ग्रुप के संस्थापक किशोर बियानी द्वारा स्थापित Big Bazaar ने भारतीय बाजार में आधुनिक रिटेल की अवधारणा को नई दिशा दी थी। एक ही छत के नीचे कपड़ों से लेकर किराना, इलेक्ट्रॉनिक्स और घरेलू जरूरतों तक हर वस्तु उपलब्ध कराकर इसने देश के मध्यम वर्ग को एक नई खरीदारी संस्कृति से जोड़ा। कुछ ही वर्षों में यह ब्रांड 250 से अधिक स्टोरों और 120 से ज्यादा शहरों में फैल गया और भरोसे का प्रतीक बन गया।
संकट की शुरुआत और अंत की ओर बढ़ता सफर
समय के साथ परिस्थितियाँ बदलती गईं। कोविड-19 महामारी के दौरान बिक्री में भारी गिरावट आई, जबकि किराया और सप्लाई चेन की दिक्कतों ने कंपनी को गहरे वित्तीय संकट में धकेल दिया।
फ्यूचर ग्रुप का कर्ज बढ़ता गया, और नकदी की समस्या ने संचालन को प्रभावित किया। ऐसे में 2020 में रिलायंस रिटेल के साथ ₹24,713 करोड़ की डील ने कंपनी को नई उम्मीद दी। लेकिन यह सौदा अमेज़न की कानूनी चुनौती में उलझ गया। अमेज़न का आरोप था कि फ्यूचर ग्रुप ने उनके साथ हुए कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों का उल्लंघन किया है।
यह कानूनी लड़ाई महीनों चली, जिससे Big Bazaar का संचालन लगभग ठप हो गया और निवेशकों का भरोसा डगमगा गया। जब फ्यूचर ग्रुप किराए और वित्तीय देनदारियों को पूरा करने में असफल रहा, तब रिलायंस ने धीरे-धीरे Big Bazaar के कई स्टोरों का लीज अपने नियंत्रण में ले लिया।
रिलायंस Smart Bazaar ने ली जगह
साल 2022 तक देशभर में अधिकांश Big Bazaar स्टोर बंद हो गए और उनकी जगह Reliance Smart Bazaar के बोर्ड नजर आने लगे। हजारों कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा और ग्राहकों के लिए यह बदलाव किसी झटके से कम नहीं था।
एक युग का अंत, एक सबक बाकी
Big Bazaar का पतन भारतीय कॉर्पोरेट इतिहास की सबसे बड़ी व्यावसायिक असफलताओं में से एक माना जा रहा है। यह इस बात की चेतावनी है कि यदि कोई ब्रांड कर्ज, कमजोर प्रबंधन और कानूनी विवादों में फंस जाए, तो उसकी चमक भी फीकी पड़ जाती है। कभी भारत के मध्यम वर्ग का गर्व रहा Big Bazaar आज सिर्फ एक याद और एक सीख बनकर रह गया है — कि बदलते बाजार में स्थिरता बनाए रखने के लिए दूरदर्शिता, वित्तीय अनुशासन और समय पर निर्णय लेना कितना आवश्यक है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध जानकारी और प्रतिष्ठित/विश्वसनीय मीडिया स्रोतों पर आधारित है। यह केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से तैयार किया गया है। पाठक किसी भी निष्कर्ष पर पहुँचने से पहले स्वयं जानकारी की पुष्टि करें।
प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन भारत सरकार , दिल्ली सरकार, राष्ट्रीय एवं दिल्ली राजनीति , दिल्ली मेट्रो, दिल्ली पुलिस तथा दिल्ली नगर निगम, NDMC, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र की ताजा एवं बड़ी खबरें पढ़ने के लिए hindi.tennews.in : राष्ट्रीय न्यूज पोर्टल को विजिट करते रहे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे। विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS NATIONAL यूट्यूब चैनल को भी ज़रूर सब्सक्राइब करे।
टेन न्यूज हिंदी | Ten News English | New Delhi News | Greater Noida News | NOIDA News | Yamuna Expressway News | Jewar News | NOIDA Airport News.
Discover more from टेन न्यूज हिंदी
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
टिप्पणियाँ बंद हैं।