बिक जाएगी सर्च इंजन गूगल क्रोम? किसने की 35 अरब डॉलर की पेशकश?

टेन न्यूज़ नेटवर्क

New Delhi (18/08/2025): छोटी कंपनी का बड़ा कदम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित सर्च इंजन परप्लेक्सिटी एआई ने हाल ही में टेक इंडस्ट्री को चौंकाते हुए गूगल क्रोम (Google Chrome) ब्राउजर को 34.5 अरब डॉलर में खरीदने का ऑफर दिया है। परप्लेक्सिटी की मौजूदा वैल्यूएशन करीब 18 अरब डॉलर है, यानी यह सौदा एक “छोटी मछली का व्हेल को निगलने” जैसा नजर आता है। सीईओ भारतवंशी अरविंद श्रीनिवास ने दावा किया है कि कई बड़े निवेशक इस डील के लिए तैयार हैं, हालांकि गूगल ने क्रोम बेचने का कोई संकेत नहीं दिया है।

गूगल पर एंटी-ट्रस्ट दबाव

अमेरिका में डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (DOJ) गूगल के खिलाफ एंटी-ट्रस्ट मामलों की सुनवाई कर रहा है। संभावित विकल्पों में गूगल को क्रोम और एंड्रॉयड जैसे प्रोडक्ट्स से अलग करने का सुझाव शामिल है। लेकिन गूगल का कहना है कि ऐसा करने से इनोवेशन को चोट पहुंचेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर गूगल कभी क्रोम बेचने का फैसला करता भी है तो उसकी कीमत परप्लेक्सिटी की पेशकश से कहीं ज्यादा होगी।

क्रोम का दबदबा बरकरार

वर्तमान में क्रोम दुनिया का सबसे लोकप्रिय ब्राउजर है, जिसकी बाजार हिस्सेदारी 66% है। तुलना में एप्पल सफारी के पास 16%, माइक्रोसॉफ्ट एज के पास 5% और फायरफॉक्स के पास सिर्फ 2.5% हिस्सा है। दुनियाभर में करीब 3.5 अरब यूजर्स क्रोम का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में अगर क्रोम कभी बिक्री पर आता है तो एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट और ओपनएआई जैसी दिग्गज कंपनियां इसमें दिलचस्पी दिखा सकती हैं।

गूगल से अलग होकर कमजोर पड़ सकता है क्रोम

क्रोम की सफलता की शुरुआत 2008 में हुई थी, जब इंटरनेट एक्सप्लोरर और फायरफॉक्स बाजार पर छाए हुए थे। गूगल ने क्रोम को आगे बढ़ाने के लिए भारी निवेश किया और मोबाइल इंटरनेट के दौर में इसे सबसे भरोसेमंद ब्राउजर बना दिया। हालांकि, अगर क्रोम गूगल से अलग होता है तो लंबे समय तक मार्केट लीडर बने रहने की उसकी क्षमता पर संदेह जताया जा रहा है।

पब्लिसिटी स्टंट या भविष्य की रणनीति?

टेक एक्सपर्ट्स का कहना है कि परप्लेक्सिटी का यह कदम एक पब्लिसिटी स्टंट भी हो सकता है। ओपनएआई, गूगल और एंथ्रोपिक जैसे प्रतिद्वंद्वियों से मुकाबला करने के लिए परप्लेक्सिटी ने खुद को सुर्खियों में लाने की कोशिश की है। कंपनी खुद को जेनरेटिव एआई सर्च इंजन के रूप में प्रमोट कर रही है और निवेशकों को यह दिखाना चाहती है कि उसके पास भविष्य को लेकर बड़ा विजन है। हालांकि, गूगल क्रोम जैसी संपत्ति की बिक्री की संभावना फिलहाल बेहद कम मानी जा रही है।

अस्वीकरण: यह लेख / न्यूज आर्टिकल सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध जानकारी और प्रतिष्ठित /विश्वस्त मीडिया स्रोतों से मिली जानकारी पर आधारित है। टेन न्यूज नेटवर्क प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।।


प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन भारत सरकार , दिल्ली सरकार, राष्ट्रीय एवं दिल्ली राजनीति ,   दिल्ली मेट्रो, दिल्ली पुलिस तथा दिल्ली नगर निगम, NDMC, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र की ताजा एवं बड़ी खबरें पढ़ने के लिए hindi.tennews.in : राष्ट्रीय न्यूज पोर्टल को विजिट करते रहे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे। विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS NATIONAL यूट्यूब चैनल को भी ज़रूर सब्सक्राइब करे।

टेन न्यूज हिंदी | Ten News English | New Delhi News | Greater Noida News | NOIDA News | Yamuna Expressway News | Jewar News | NOIDA Airport News.


Discover more from टेन न्यूज हिंदी

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

टिप्पणियाँ बंद हैं।