ITS डेंटल काॅलेज में बच्चों के दाँतों के इलाज के आधुनिक तरीके पर कार्यशाला का आयोजन
आई0टी0एस0 डेंटल काॅलेज, ग्रेटर नोएड़ा में दिनांक 19/12/2024 को संस्थान के पीडोडोंटिक्स विभाग द्वारा बच्चों के दाँतों के इलाज के आधुनिक तकनीक पर एक दिवसीय कार्यशाला का अयोजन किया गया, जिसमें संस्थान के सभी दंत-चिकित्सकों, विद्यार्थियों साथ-साथ आस-पास के अन्य दंत संस्थानों एवं चिकित्सकों सहित लगभग 120 से अधिक लोगों ने भाग लिया।
इस अवसर पर संस्थान के पीडोडोंटिक्स विभाग की विभागाध्यक्षा डाॅ0 मौसमी गोस्वामी ने बताया कि बच्चों के दूध के दाँतों में भी बीमारियां शुरू हो जाती है, जिसे अभिभावकों को कभी भी नजर अन्दाज नहीं करना चाहिए।
डाॅ0 गोस्वामी ने बताया कि आधुनिक दंत-चिकित्सका में बच्चों को इलाज के दौरान एम0टी0ए0 एपेक्सिफिकेशन, आर0सी0टी0 आदि के माध्यम से इलाज किया जाता है।
इस अवसर पर कार्यशाला के मुख्य वक्ता सविता डेंटल काॅलेज के प्रो0 डाॅ0 मुकल एस0 जैन ने बताया कि बच्चों को दाँतों के इलाज के दौरान एक ही बार जिरकोनिया क्राउन बायोफिक्स बच्चों के दुधमुहे दांतों पर भी लगाया जा सकता है, जो ठीक दाँतों के ही रंग का होता है, और इसको लगाने में भी कोई समस्या नहीं होती है, तथा खर्च भी कम होता है। इसके अतिरिक्त डाॅ0 जैन ने बच्चों के समय से पहले निकाले गये दुधमुहे दाँतों की जगह को यथास्थित में बने रहने के लिये ई-स्पेश मेनटेनर के विद्या के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की तथा बताया कि इसको मरीजों के दाँतों में एक ही बार फिट किया जा सकता है।
इस अवसर पर संस्थान के प्रधानाचार्य डाॅ0 सचित आनंद अरोरा ने बताया कि डाॅ0 जैन स्मार्ट ‘‘जिरकोनिया क्राऊन बायोफिक्स’’ के जनक भी है।
डाॅ0 अरोरा ने उम्मीद जताई कि कार्यशाला में उपस्थित सभी चिकित्सकों को इससे काफी फायदा होगा तथा भविष्य में इस विद्या का उपयोग मरीजों के इलाज के दौरान आसानी से कर सकेगें।
इस अवसर पर आई0टी0एस0 ‘द एजूकेशन गु्रप’ के उपाध्यक्ष सोहिल चड्ढ़ा ने कार्यशाला में शामिल सभी चिकित्सकों एवं विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि संस्थान दंत-चिकित्सका के क्षेत्र में आ रहे हर नये-नये आधुनिक इलाज के तरीकों से मरीजों का इलाज हेतु प्रतिबद्ध है, जिसके लिए संस्थान में नियमित रूप से इस तरह की कार्यशाला का आयोजन किया जाता रहता है।
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