ग्रेटर नोएडा (2 जुलाई 2025): ग्रेटर नोएडा स्थित प्रमुख मल्टी-सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल शारदा केयर हेल्थसिटी (Sharda Care HealthCity) ने एक बार फिर चिकित्सा क्षेत्र (Medical Field) में उल्लेखनीय उपलब्धि दर्ज करते हुए एक बेहद जटिल और दुर्लभ ड्यूल ट्यूमर (Rare Dual Tumor) केस की सफल सर्जरी की है। अस्पताल में 37 वर्षीय महिला प्रीति शर्मा के शरीर से दो अलग-अलग स्थानों पर स्थित ट्यूमर को एक ही ऑपरेशन में, बिना पारंपरिक ओपन सर्जरी (Open Surgery) के, सफलतापूर्वक हटाया गया।
यह दुर्लभ मामला इसलिए विशेष था क्योंकि मरीज की सांस नली को दो ट्यूमर – एक गर्दन में स्थित बड़ा थायरॉइड ट्यूमर (Thyroid Tumor) (13 सेमी) और दूसरा छाती के बीच मीडियास्टिनम क्षेत्र में स्थित मीडियास्टाइनल ट्यूमर (Mediastinal Tumor) (5 सेमी) – दोनों ओर से दबा रहे थे। इसका असर इतना गंभीर था कि मरीज की श्वास नली S आकार में मुड़ गई थी, जिससे सांस लेने में कठिनाई, खाना निगलने में दिक्कत, लेटने पर गला बंद होने जैसी समस्या, आवाज में भारीपन और छाती में लगातार जकड़न जैसे लक्षण उभरने लगे थे।
मरीज की प्रारंभिक जांच और ऑपरेशन दूसरे अस्पताल में शुरू हुआ था, लेकिन सर्जरी की जटिलता के चलते उसे बीच में ही रोकना पड़ा। बाद में मरीज ने शारदा केयर हेल्थसिटी में सेकंड ओपिनियन के लिए संपर्क किया, जहां अस्पताल की विशेषज्ञ टीम ने चुनौती को स्वीकार करते हुए एक ही बार में दोनों ट्यूमर को निकालने की योजना बनाई और उसे अत्यंत तकनीकी दक्षता के साथ अंजाम दिया।
उन्नत तकनीक से सफल सर्जरी
सर्जरी का नेतृत्व सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. हेमकांत वर्मा (Dr.Hemkant Verma) ने किया, जो कि शारदा केयर हेल्थसिटी के अनुभवी और प्रख्यात चिकित्सक हैं। उन्होंने बताया कि दोनों ट्यूमर बेहद संवेदनशील स्थानों के पास स्थित थे — खासकर मीडियास्टाइनल ट्यूमर (Mediastinal Tumor) हृदय की बड़ी नसों, रीकरन्ट लेरिन्जियल नर्व्स (जो आवाज नियंत्रित करती हैं) और फ्रेनिक नर्व (जो डायाफ्राम को नियंत्रित करती है) के आसपास था।
इसलिए सर्जरी के दौरान अत्यधिक सावधानी और विशेषज्ञता की आवश्यकता थी। मीडियास्टाइनल गांठ को वीडियो-असिस्टेड थोरेकोस्कोपिक सर्जरी (VATS) तकनीक की मदद से हटाया गया, जिसमें छाती पर केवल तीन छोटे (1 सेमी) चीरे लगाकर ट्यूमर निकाला गया — बिना पसलियों को हटाए। यह एक आधुनिक और कम आक्रामक तकनीक है, जिससे मरीज को कम दर्द होता है और वह जल्दी स्वस्थ हो पाता है।
वहीं, थायरॉइड ट्यूमर को एक छोटे चीरे के जरिए गले से निकाला गया। पूरी प्रक्रिया में लगभग तीन घंटे लगे और मरीज की जान को जोखिम में डाले बिना दोनों ट्यूमर को सफलतापूर्वक हटाया गया।
डॉ. वर्मा ने बताया, मेरे 10 वर्षों के करियर में यह एक अत्यंत दुर्लभ केस था, जहां दो अलग-अलग अंगों की गांठें एक ही अंग – श्वास नली – को प्रभावित कर रही थीं, और दोनों को एक ही ऑपरेशन में मिनिमली इनवेसिव (Precision Incision) तरीके से हटाया गया। मरीज अब स्थिर है और अच्छी तरह से स्वस्थ हो रही है। सर्जरी के बाद किसी भी प्रकार की जटिलता नहीं आई।

शारदा केयर हेल्थसिटी का योगदान
अस्पताल के वाइस प्रेसिडेंट (Vice President) ऋषभ गुप्ता ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जताते हुए कहा, इस जटिल सर्जरी की सफलता हमारे चिकित्सकों की विशेषज्ञता और अत्याधुनिक तकनीक की उपलब्धता का प्रमाण है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि देश के हर हिस्से से आने वाले मरीजों को विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं बिना किसी देरी के उपलब्ध कराई जा सकें। शारदा केयर हेल्थसिटी ऐसे दुर्लभ मामलों में भी उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
शारदा केयर हेल्थसिटी, ग्रेटर नोएडा में स्थित 600-बेड वाला एक आधुनिक सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल (Super Speciality Hospital) है, जो दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR) क्षेत्र में उन्नत चिकित्सा सेवा का एक प्रमुख केंद्र बन चुका है। अपने 18 वर्षों के चिकित्सा अनुभव और नवाचार के साथ, यह अस्पताल उच्च तकनीक युक्त उपचार, अत्याधुनिक मशीनों, और मरीज-केंद्रित सेवा मॉडल के जरिए स्वास्थ्य सेवाओं में एक नया मापदंड स्थापित कर रहा है।
यह संस्थान न केवल विशेषज्ञ डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ (Medical Staff) से सुसज्जित है, बल्कि शिक्षण और अनुसंधान के क्षेत्र में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। शारदा केयर हेल्थसिटी का उद्देश्य है – प्रत्येक मरीज को विश्वस्तरीय उपचार प्रदान करना, वह भी करुणा और सम्मान के साथ।
प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन नई दिल्ली, दिल्ली सरकार, दिल्ली राजनीति, दिल्ली मेट्रो, दिल्ली पुलिस, दिल्ली नगर निगम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र की ताजा एवं बड़ी खबरें पढ़ने के लिए hindi.tennews.in : राष्ट्रीय न्यूज पोर्टल को विजिट करते रहे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे। विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS NATIONAL यूट्यूब चैनल को भी ज़रूर सब्सक्राइब करे।
Discover more from टेन न्यूज हिंदी
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
टिप्पणियाँ बंद हैं।