नई दिल्ली (08 जून 2025): दिल्ली के नेहरू विहार इलाके में शनिवार की शाम एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां 9 साल की मासूम बच्ची का शव एक बंद फ्लैट में सूटकेस से बरामद हुआ। यह बच्ची शाम करीब 6 बजे घर से बर्फ लेने निकली थी, लेकिन देर तक घर नहीं लौटी। परिजनों ने जब मोहल्ले में उसे ढूंढना शुरू किया, तो किसी ने बताया कि वह एक पास के बंद फ्लैट में जाती देखी गई थी। जब वह फ्लैट खोला गया, तो सूटकेस में बच्ची की लाश मिली, जिस पर चोट के गहरे निशान थे। यह घटना पूरे इलाके में सनसनी फैलाने के साथ-साथ भय का माहौल भी बना गई।
पुलिस को रात आठ बजकर 41 मिनट पर सूचना मिली कि एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म की आशंका है और वह बेहोशी की हालत में है। पिता ने तुरंत उसे जेपीसी अस्पताल पहुँचाया, लेकिन डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। शुरुआती मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म की आशंका जताई गई है। फॉरेंसिक टीम और क्राइम ब्रांच मौके पर पहुंची और फ्लैट की गहन जांच की गई। बच्ची के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और जांच के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आएगी। फिलहाल पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1), 66, 13(2) और POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि जिस फ्लैट से शव बरामद हुआ, वह पिछले कुछ समय से बंद था और संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी आसपास के लोगों को पहले से थी। फिलहाल पुलिस उस फ्लैट के मालिक और किरायेदार के बारे में जानकारी जुटा रही है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, ताकि यह पता चल सके कि बच्ची फ्लैट में कैसे गई और किसके साथ गई। दिल्ली पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए गाजियाबाद, मेरठ, अलीगढ़ और अमरोहा तक छापेमारी शुरू कर दी है। हालांकि अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। निवासियों का कहना है कि अगर समय पर फ्लैट की निगरानी की गई होती या कॉलोनी में सुरक्षा व्यवस्था बेहतर होती, तो यह मासूम बच्ची बच सकती थी। लोगों ने दिल्ली पुलिस और प्रशासन से अपील की है कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई कर दोषियों को कड़ी सज़ा दिलाई जाए। कई सामाजिक संगठनों और महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने भी इस घटना की निंदा करते हुए राजधानी में बच्चियों की सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं।
दिल्ली पुलिस ने हाल ही में दावा किया था कि महिलाओं के खिलाफ अपराध में कमी आई है। वर्ष 2025 के पहले तीन महीनों के आंकड़ों के मुताबिक बलात्कार के मामलों में 19 प्रतिशत और छेड़छाड़ में 15 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी। लेकिन नेहरू विहार की यह घटना इन आंकड़ों की वास्तविकता पर गंभीर सवाल खड़े करती है। यह साफ है कि सिर्फ रिपोर्टिंग की संख्या कम होने से ज़मीनी हकीकत नहीं बदलती, जब तक कि सुरक्षा उपाय वास्तव में प्रभावी न हों।
इस मामले ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या बच्चों के लिए हमारा समाज और सिस्टम वाकई सुरक्षित है? महज तीन मकान दूर किसी मासूम की जिंदगी यूँ ही छिन जाना हमारे तंत्र की विफलता को दर्शाता है। सरकार और प्रशासन के लिए यह वक्त गंभीर आत्ममंथन का है। ज़रूरत है सख्त कानूनों के साथ-साथ उनके प्रभावी क्रियान्वयन की, ताकि फिर कोई मासूम इस तरह की बर्बरता का शिकार न हो।
प्रिय पाठकों एवं दर्शकों, प्रतिदिन नई दिल्ली, दिल्ली सरकार, दिल्ली राजनीति, दिल्ली मेट्रो, दिल्ली पुलिस, दिल्ली नगर निगम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र की ताजा एवं बड़ी खबरें पढ़ने के लिए hindi.tennews.in : राष्ट्रीय न्यूज पोर्टल को विजिट करते रहे एवं अपनी ई मेल सबमिट कर सब्सक्राइब भी करे। विडियो न्यूज़ देखने के लिए TEN NEWS NATIONAL यूट्यूब चैनल को भी ज़रूर सब्सक्राइब करे।
Discover more from टेन न्यूज हिंदी
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
टिप्पणियाँ बंद हैं।