नई दिल्ली (30 मई 2025): राजधानी दिल्ली में गर्मी के बढ़ते तेवर के साथ पानी की किल्लत लोगों के लिए भारी परेशानी का कारण बन गई है। घोंडा विधानसभा के ब्रह्मपुरी वार्ड में महिलाओं ने पानी की कमी को लेकर सड़कों पर उतरकर मटका फोड़ प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन में आम आदमी पार्टी की महिला विंग अध्यक्ष सारिका चौधरी भी शामिल रहीं। प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और बीजेपी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। महिलाओं का कहना है कि जब पीने को पानी ही नहीं मिल रहा तो मटके का क्या करेंगे? इसी कारण प्रतीकात्मक रूप से मटके फोड़कर उन्होंने अपना आक्रोश जाहिर किया।
“आप” ने साधा निशाना, बिजली-पानी को बताया सबसे बड़ी नाकामी
विरोध प्रदर्शन में शामिल हुईं आप की निगम पार्षद छाया गौरव शर्मा ने कहा कि जनता अब बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रही है। उन्होंने बताया कि उनके वार्ड में पिछले 24 घंटे से बिजली गायब रही, जिससे बुजुर्गों और बच्चों की हालत बेहद खराब हो गई। छाया ने कहा कि अगर आज दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार होती, तो न पानी की किल्लत होती और न बिजली की मार पड़ती। बीजेपी की नीतियों को खोखला बताते हुए उन्होंने सरकार पर जनसेवा के बजाय केवल वादाखिलाफी का आरोप लगाया।
महिलाओं ने बीजेपी की ‘गारंटी’ को बताया धोखा
प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘गारंटी’ को छलावा बताया। छाया गौरव शर्मा ने कहा कि पीएम मोदी ने यमुना किनारे महिलाओं को ₹2500 मासिक देने की घोषणा की थी, लेकिन अब तक न 2500 मिले, न 25 रुपये। वहीं, पानी की गुणवत्ता इतनी खराब है कि नल से आने वाला पानी सीवर से भी बदतर है। मलमूत्र सड़कों पर बह रहा है और पीने का पानी बदबूदार टंकियों से आ रहा है। महिलाओं ने कहा कि जिन झुग्गियों के लोगों से वोट मांगे गए थे, उन्हीं झुग्गियों को अब उजाड़ा जा रहा है।
धर्म के नाम पर राजनीति पर भी हमला
प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने कहा कि हिंदू धर्म में पानी पिलाना सबसे बड़ा पुण्य माना जाता है, लेकिन बीजेपी सरकार में यही पुण्य असंभव हो गया है। महिलाओं ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार सिर्फ धर्म के नाम पर बात करती है, लेकिन असली धर्म यानी प्यासे को पानी पिलाने जैसे मूल कार्य को नहीं निभा रही। उन्होंने कहा कि जब हरियाणा में भी बीजेपी की सरकार है, तो दिल्ली में पानी क्यों नहीं आ रहा? यह प्रशासनिक नाकामी नहीं, बल्कि दिल्ली की जनता के साथ विश्वासघात है।
इस्तीफे की मांग और जनता की चेतावनी
प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से मांग की कि वह खुद आकर घोंडा क्षेत्र की स्थिति देखें, जहां महिलाएं और बच्चे बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। महिलाओं का कहना है कि अगर सरकार पानी जैसी बुनियादी सुविधा नहीं दे सकती तो उसे सत्ता में रहने का हक नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री से नैतिकता के आधार पर इस्तीफे की मांग की। लोगों ने चेताया कि अगर जल्द समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो दिल्ली भर में ऐसे ही प्रदर्शन होंगे और अगला जनादेश बीजेपी के खिलाफ होगा। जनता अब सिर्फ वादे नहीं, परिणाम चाहती है।
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