रिटायर्ड कर्नल के साथ लाखों की ठगी, कोर्ट के आदेश पर एफआईआर दर्ज

टेन न्यूज नेटवर्क

ग्रेटर नोएडा (11 दिसंबर 2024): ग्रेटर नोएडा में एक 72 वर्षीय रिटायर्ड कर्नल के साथ ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस घटना में एक शातिर ठग ने खुद को कर्नल के पुराने परिचित के रूप में पेश कर उनसे 1.70 लाख रुपये हड़प लिए। घटना की शुरुआत तब हुई जब बिसरख के टेकजोन-4 इलाके में रहने वाले कर्नल सुरेंद्र प्रसाद सिंह को एक अज्ञात नंबर से कॉल आया।

कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को कर्नल कदम बताया और कहा कि उसकी साली का गाजियाबाद के संजीवनी अस्पताल में गंभीर एक्सीडेंट हो गया है। कॉलर ने यह भी दावा किया कि वह सिंगापुर में फंसा हुआ है और वहां से पैसे ट्रांसफर करने में असमर्थ है। उसने इलाज के लिए तत्काल मदद की गुहार लगाई और आश्वासन दिया कि सिंगापुर से लौटने के बाद वह पूरा पैसा वापस कर देगा।

कर्नल सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने अपनी सहृदयता दिखाते हुए फर्जी कर्नल कदम की बातों पर विश्वास कर लिया। उन्होंने बिना किसी शक के, बताए गए बैंक खाते में कुल 1.70 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। पैसे ट्रांसफर करने के बाद कुछ समय बीतने पर कर्नल सुरेंद्र ने असली कर्नल कदम से संपर्क किया। जब उन्होंने पैसे से जुड़ी बात की तो असली कर्नल कदम ने साफ इनकार कर दिया कि उन्होंने ऐसी कोई मदद मांगी थी। इस बात का एहसास होते ही कि वह एक ठगी का शिकार हो चुके हैं, कर्नल सुरेंद्र ने तुरंत पुलिस की मदद लेने का प्रयास किया। लेकिन, शुरुआती दौर में पुलिस ने उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की।

पुलिस की निष्क्रियता से निराश कर्नल सुरेंद्र ने न्यायालय का सहारा लिया। जिला न्यायालय के आदेश पर बिसरख कोतवाली पुलिस ने ठगी का मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। अब पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने के प्रयास में जुट गई है। कर्नल सुरेंद्र ने ठगी की इस घटना के बाद उम्मीद जताई है कि पुलिस जल्द ही दोषी को पकड़कर कड़ी सजा दिलाएगी।

यह घटना न केवल एक रिटायर्ड अधिकारी के साथ हुए धोखे की कहानी है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि ठग किस तरह लोगों की सहानुभूति का फायदा उठाकर उन्हें अपना शिकार बना रहे हैं। साथ ही, इस मामले में पुलिस की शुरुआती अनदेखी ने भी सवाल खड़े किए हैं। अब यह देखना होगा कि पुलिस आरोपी तक पहुंचने में कितनी जल्दी और प्रभावी तरीके से काम करती है। ऐसी घटनाएं साइबर जागरूकता और सतर्कता की आवश्यकता पर जोर देती हैं ताकि भविष्य में इस तरह की ठगी से बचा जा सके।

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