ISKCON द्वारा गीता की व्याख्या पर प्रोफेसर बलवंत सिंह राजपूत ने उठाए सवाल, क्या बोले?
सनातन की आत्मा माने जाने वाली श्रीमद्भगवद्गीता (Shrimad Bhagwat Geeta) केवल धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि मनुष्य जीवन का परम विज्ञान है, कर्म, ज्ञान और भक्ति का समन्वय। जब-जब अधर्म बढ़ा, तब-तब गीता का संदेश मानवता को दिशा देता है। लेकिन आज, जब…
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