EPCH प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह और वस्त्र मंत्रालय की सचिव से की मुलाकात

नई दिल्ली/एनसीआर – 30 सितंबर 2025 – हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) के प्रतिनिधिमंडल ने भारत सरकार के केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह और वस्त्र मंत्रालय की सचिव नीलम शमी राव से उद्योग भवन, नई दिल्ली में मुलाकात की और ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट (आईईएमएल) में आगामी 60वें आईएचजीएफ दिल्ली मेले – शरद ऋतु 2025 के लिए निमंत्रण दिया ।

प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व ईपीसीएच के अध्यक्ष डॉ. नीरज खन्ना, ईपीसीएच के महानिदेशक की भूमिका में मुख्य संरक्षक और आईईएमएल के अध्यक्ष डॉ.राकेश कुमार साथ ही ईपीसीएच के उपाध्यक्ष सागर मेहता, सीओए के सदस्य एवं ईपीसीएच के पूर्व अध्यक्ष रवि के. पासी, प्रमुख सदस्य निर्यातक एवं यस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विशाल अग्रवाल, ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर. के. वर्मा और ईपीसीएच के अतिरिक्त कार्यकारी निदेशक राजेश रावत भी मौजूद रहे ।

बैठक के दौरान केंद्रीय वस्त्र मंत्री गिरिराज सिंह ने बाजार पहुंच बढ़ाने, गुणवत्ता अनुपालन को मजबूत करने के लिए ईपीसीएच के निरंतर प्रयासों की सराहना की और उत्पादकता बढ़ाने, डिजाइन नवाचार और घरेलू मूल्य संवर्धन के लिए अपना दृष्टिकोण साझा किया, ताकि कारीगरों को वैश्विक बाजारों और बढ़ते घरेलू बाजार दोनों में लाभ मिल सके ।

नीलम शमी राव ने मंत्रालय के अंतर्गत सुविधाओं का आश्वासन देते हुए, केंद्रित उत्पादों पर केंद्रित देशों में गुणवत्ता, अनुपालन, स्थिरता, नेटवर्किंग और डिजाइन-आधारित विकास पर सुसंगत दृष्टिकोण अपनाने की भी सलाह दी।

ईपीसीएच के अध्यक्ष डॉ. नीरज खन्ना ने बताया कि “हमारी चर्चा वैश्विक हस्तशिल्प में भारत की स्थिति को मज़बूत करने के लिए व्यावहारिक समाधानों पर केंद्रित रही। हम मंत्रालय के मार्गदर्शन के लिए आभारी हैं और ऐसे गहन सहयोग की आशा करते हैं जिससे संपूर्ण हस्तशिल्प क्षेत्र को सीधा लाभ मिले।”

ईपीसीएच के महानिदेशक की भूमिका में मुख्य संरक्षक और आईईएमएल के अध्यक्ष डॉ.राकेश कुमार ने कहा कि, “ईपीसीएच आईएचजीएफ दिल्ली मेले जैसे मार्केटिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से बाजार विकास और खरीदारों तक पहुँच के लिए प्रतिबद्ध है। हम डिज़ाइन सहायता, स्थिरता रोडमैप और निर्यात तत्परता में निवेश जारी रखेंगे ताकि भारतीय हस्तशिल्प प्रतिस्पर्धी और भविष्य के लिए तैयार रहें। उन्होंने 3पीएल मॉडल के माध्यम से वेयरहाउसिंग सुविधा की आवश्यकता पर भी ज़ोर दिया, जो समय की मांग है और आने वाले वर्षों में निर्यात वृद्धि में सहायक होगी।”


Discover more from टेन न्यूज हिंदी

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

टिप्पणियाँ बंद हैं।