नई दिल्ली (22 दिसंबर 2024): रविवार, 22 दिसंबर को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPCS) की प्रारंभिक परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। लाखों अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा में हिस्सा लिया, जो अपने कठिन और तार्किकता आधारित सवालों के लिए चर्चा में रही। परीक्षा के बाद, छात्रों ने इसे पिछले वर्षों की तुलना में अधिक चुनौतीपूर्ण बताया।
प्रश्नपत्र का कठिन स्तर और अभ्यर्थियों की प्रतिक्रिया
इस वर्ष UPPCS प्रारंभिक परीक्षा का स्तर संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा के समान रखा गया था। परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने कहा कि सभी प्रश्न तार्किकता और समसामयिकी पर आधारित थे।
एक अभ्यर्थी, अनिकेत, ने कहा, “प्रश्नपत्र का स्तर बहुत ऊंचा था। कई कठिन सवाल पूछे गए थे, जो केवल गंभीरता से तैयारी करने वालों के लिए ही संभव थे।” उन्होंने यह भी बताया कि यह बदलाव उन छात्रों के लिए बेहतर है, जो गहराई से अध्ययन करते हैं।
दूसरे अभ्यर्थी, नितेश, ने कहा, “सभी प्रश्नों का चयन काफी सूझबूझ के साथ किया गया था। समसामयिक घटनाओं और विषयों को ध्यान में रखकर तैयार किए गए प्रश्न अच्छे थे। तार्किकता आधारित सवालों ने गहन अध्ययन की आवश्यकता को बढ़ा दिया है।”
ब्रजेश, एक अन्य अभ्यर्थी, ने कहा, “प्रश्न पत्र का स्तर कुल मिलाकर संतुलित था। कुछ सवाल फैक्टुअल थे, लेकिन अधिकांश सवाल तार्किक और विश्लेषणात्मक सोच पर आधारित थे। आगे उन्होंने कहा कि सामान्य अध्ययन के पेपर में जिन अभ्यर्थियों के 80- 90 प्रश्न सही होंगे उनके उत्तीर्ण होने की पूर्ण संभावना है।
किन विषयों से पूछे गए प्रश्न?
UPPCS प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य अध्ययन (GS) और सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT) के दो पेपर शामिल होते हैं। इन पेपरों में विभिन्न विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं:
1. इतिहास: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम, प्राचीन, मध्यकालीन, और आधुनिक इतिहास के प्रमुख घटनाक्रम।
2. भूगोल: भारत और विश्व का भौतिक, आर्थिक, और सामाजिक भूगोल।
3. राजनीति एवं संविधान: भारतीय संविधान, पंचायती राज, और शासन प्रणाली।
4. आर्थिक विकास: भारतीय अर्थव्यवस्था, बजट, योजनाएं, और समसामयिक आर्थिक मुद्दे।
5. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी: सामान्य विज्ञान, इनोवेशन, और समसामयिक वैज्ञानिक घटनाएं।
6. पर्यावरण: पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता, और जलवायु परिवर्तन।
7. समसामयिकी: राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम, खेल, और पुरस्कार।
8. तार्किक और विश्लेषणात्मक क्षमता: CSAT पेपर में तर्कशक्ति, डेटा व्याख्या, और गणितीय समस्याओं के सवाल शामिल होते हैं।
दो चरणों में हुई परीक्षा
UPPCS प्रारंभिक परीक्षा दो पाली में संपन्न हुई।
पहली पाली (GS): इसमें 150 बहुविकल्पीय प्रश्न थे, जिनका उद्देश्य अभ्यर्थियों के सामान्य ज्ञान और समसामयिकी की समझ का परीक्षण करना था।
दूसरी पाली (CSAT): इस पेपर में 100 प्रश्न थे, जो तार्किकता, गणितीय क्षमता, और भाषा कौशल का आकलन करते हैं। CSAT पेपर क्वालिफाइंग होता है, जिसमें न्यूनतम 33% अंक लाना अनिवार्य है।
अभ्यर्थियों की तैयारियों का महत्व
इस परीक्षा का कठिन स्तर उन अभ्यर्थियों के लिए चुनौतीपूर्ण था, जिन्होंने समसामयिकी के साथ विषयों का गहन अध्ययन नहीं किया था। लेकिन गंभीर तैयारी करने वाले छात्रों के लिए यह सकारात्मक साबित हो सकता है।
अब सभी अभ्यर्थियों की निगाहें उत्तर कुंजी और परिणाम पर टिकी हैं। आयोग की ओर से कटऑफ और परिणाम जल्द ही जारी किए जाने की उम्मीद है।।
रंजन अभिषेक (टेन न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली)
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