दिल्ली बजट 2025: कुछ ही देर में पेश होगा ‘विकसित दिल्ली’ का ब्लूप्रिंट
टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली (25 मार्च 2025): दिल्ली विधानसभा में कुछ ही देर में मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री रेखा गुप्ता वित्त वर्ष 2025-26 का अपना पहला बजट पेश करने वाली हैं। भाजपा सरकार के इस पहले बजट को ‘विकसित दिल्ली’ थीम पर तैयार किया गया है, जिसमें राजधानी के बुनियादी ढांचे, रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और महिला सशक्तिकरण पर विशेष जोर दिया जाएगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार का बजट 80,000 करोड़ रुपये से अधिक का होगा, जो पिछले साल के 77,700 करोड़ रुपये से 5-7% अधिक हो सकता है।
हनुमान मंदिर पहुंचे दिल्ली कैबिनेट के मंत्री
बजट सत्र की शुरुआत से पहले दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा, कपिल मिश्रा और रविंदर इंद्राज सिंह कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर पहुंचे और बजट की सफलता के लिए पूजा-अर्चना की। सरकार का कहना है कि यह बजट दिल्ली के विकास को एक नई दिशा देगा और जनता को राहत प्रदान करेगा। वहीं, विपक्ष ने इसे केवल चुनावी वादों की खानापूर्ति करार दिया है और आर्थिक सर्वेक्षण पेश न करने के लिए सरकार की आलोचना की है।
इन योजनाओं पर केंद्रित हो सकता है बजट
इस बजट में सबसे अधिक जोर महिला सशक्तिकरण और जनकल्याणकारी योजनाओं पर दिया जा सकता है। ‘महिला समृद्धि योजना’ के तहत सरकार महिलाओं को प्रतिमाह 2500 रुपये देने की योजना लागू कर सकती है। इसके अलावा, बसों में महिलाओं की मुफ्त यात्रा और मुफ्त पानी-बिजली जैसी योजनाओं को जारी रखने के लिए अलग से बजट प्रावधान किया जाएगा। इससे लाखों महिलाओं और निम्न आय वर्ग के परिवारों को सीधा लाभ मिलने की उम्मीद है।
दिल्ली के इंफ्रास्ट्रक्चर और परिवहन व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सरकार इस बजट में कई बड़े ऐलान कर सकती है। खासतौर पर दिल्ली मेट्रो के फेज-4 प्रोजेक्ट को गति देने, नए फ्लाईओवर और सड़कों के विस्तार पर सरकार विशेष ध्यान देगी। इसके अलावा, यमुना रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत यमुना किनारे के सौंदर्यीकरण और जल निकासी व्यवस्था में सुधार की भी योजना बनाई जा रही है।
शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार इस बजट का एक अहम हिस्सा होगा। सरकार ने संकेत दिए हैं कि सरकारी स्कूलों को अपग्रेड करने, स्मार्ट क्लासरूम बनाने और शिक्षकों की भर्ती के लिए विशेष बजट आवंटित किया जा सकता है। साथ ही, नई अस्पतालों के निर्माण और मौजूदा अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने के लिए भी बड़ी राशि खर्च की जाएगी। सरकार का दावा है कि यह बजट दिल्ली को सर्वश्रेष्ठ शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
दिल्ली में हर साल गर्मियों में पानी की किल्लत और मानसून में जलभराव की समस्या आम होती है। इस बार बजट में दिल्ली जल बोर्ड के बजट को बढ़ाने और जल प्रबंधन में सुधार लाने के लिए विशेष योजनाओं की घोषणा हो सकती है। इसके तहत नई पाइपलाइन बिछाने, जलाशयों के पुनरुद्धार और जल संचयन को बढ़ावा देने के लिए नए प्रोजेक्ट लाए जा सकते हैं।
इस बजट से दिल्ली की जनता को कई उम्मीदें हैं, खासतौर पर रोजगार, महंगाई और जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर। विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया है कि “बजट से पहले आर्थिक सर्वेक्षण पेश नहीं किया गया, जिससे यह साफ होता है कि सरकार विकास की ठोस योजना बनाने में नाकाम रही है।” हालांकि, भाजपा सरकार का दावा है कि यह बजट दिल्ली को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा और ‘विकसित दिल्ली’ के सपने को हकीकत में बदलेगा। अब बस कुछ ही देर में रेखा गुप्ता इस बहुप्रतीक्षित बजट को विधानसभा में पेश करने वाली हैं, जिससे दिल्ली के विकास की दिशा तय होगी।
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